समय हर किसी के लिए बहुत ही अमूल्य होते हैं। इसीलिए हमें कभी समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। हमें सकारात्मक ढंग से सही तरीके से समय का उपयोग करना चाहिए। समय का हमारे जीवन में अति महत्वपूर्ण स्थान है, समय सभी वस्तुओं से यहां तक कि धन से भी अधिक शक्तिशाली और अमूल्य वस्तु है। यदि एक बार यह हमारे हाथ से निकल गया तो फिर यह वापस लौटकर नहीं आता है। इसीलिए हमें अपने बच्चों को भी बचपन से ही समय के महत्व एवं मूल्य के बारे में बताना चाहिए। तो चलिए इस निबंध से हम समय के महत्व एवं इसके मूल्य के बारे में जान लेते हैं।
Essay on Samay Ka Mahatva Under 100 Words
समय धन से भी ज्यादा कीमती होता है। क्योंकि धन यदि खर्च कर दिया जाए तो यह वापस प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन हम अगर एक बार समय को गवा देते हैं , तो इसे हम वापस प्राप्त नहीं कर सकते हैं। समय के बारे में एक सामान्य कहावत कहा जाता है, वह कुछ इस प्रकार के हैं – की, ‘ समय और ज्वार भाटा कभी किसी की भी प्रतीक्षा नहीं करते हैं । यह बिल्कुल पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व की तरह ही सत्य है, अर्थात, जिस तरह से पृथ्वी पर जीवन का होना सत्य है, ठीक उसी तरह से यह कहावत भी बिल्कुल सत्य है। समय बिना किसी रुकावट के निरंतर चलता रहता है। यह कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता है।
इसलिए हमें समय की प्रत्येक छोटी सेकंड का मूल्य समझने के साथ ही इसके महत्व का सम्मान करना चाहिए। हमें जीवन के हमें जीवन के अंत तक समय के एक पल को भी बर्बाद नहीं करना चाहिए। समय इस संसार में सभी से बहुत ही ताकतवर और शक्तिशाली होती है। यह एक आलसी व्यक्ति को नष्ट कर सकने के साथ ही कठिन परिश्रम करने वाले व्यक्ति को ताकत देता है। या किसी को भी बहुत सी खुशियां, आनंद और समृद्धि देता है, हालांकि यह किसी का सब कुछ छीन भी सकता है।
इसीलिए, हमें जीवन के किसी भी दौर में कभी भी अपने कीमती समय को बिना किसी उद्देश्य और अर्थ के साथ व्यर्थ नहीं करना चाहिए। हमें हमेशा समय के अर्थ को समझना चाहिए और उसी के अनुसार इसे सकारात्मक ढंग से कुछ उद्देश्य की पूर्ति के लिए इसका प्रयोग करना चाहिए। हमें इससे निरंतर कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए, यदि यह बिना किसी रुकावट के चलता रहता है, तो फिर हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते।
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Essay on Samay Ka Mahatva Under 200-300 Words
छात्रावास में समय की अगर बात की जाए तो छात्रावास में समय का बहुत अधिक महत्व होता है। किसान अपने खेत में अलग अलग ऋतु में अलग-अलग प्रकार की फसल उगाता है। अगर बीज बोने का निश्चित समय किसी प्रकार से बीत जाता है तो वह फसल पैदा नहीं हो सकती है। ठीक यही दशा छात्रों के जीवन की भी होती है। विद्यार्थी जीवन वह समय होता है जब मनुष्य सारे जीवन भर के लिए तैयार करता है।
इसलिए इस अवस्था में उसे समय के महत्व को जानना और उसका उपयोग करना उनके लिए बहुत ही आवश्यक होता है । छात्र की जीवन रूपी भवन की नींव भी इसी समय पर बनती है। जिस तरह से एक बहुत बड़ी पुस्तक को लिखने के लिए एक एक अक्षर लिखना पड़ता है और तब एक पुस्तक लिखी जाती है ठीक इसी तरह से विद्यार्थियों को भी एक एक सेकंड का उपयोग करके इतनी बड़ी किताबों को पढ़ना पड़ता है, तभी वह उस किताब की ज्ञान को प्राप्त कर सकता है।
जो छात्र अपनी रोज की पढ़ाई को पूरा नहीं कर पाता है उस छात्र को परीक्षा के समय में अपनी पढ़ाई एक विशाल पहाड़ की तरह लगती है। जब परीक्षा की तैयारी पूरी नहीं होती है तो वह गलत तरीके से परीक्षा को उत्तीर्ण करने की कोशिश करता है। इन गलत तरीकों से उन्हें असफलता मिलती है और इन कामों से उनका समाज में सिर नीचा भी हो जाता है।
उन्हें बाद में बहुत पछतावा होता है, लेकिन बाद में पछताने से कोई फायदा नहीं होता है। समय का सदुपयोग करने वाला छात्र अपने जीवन में एक सफल नागरिक बन जाता है लेकिन जो विद्यार्थी समय को बातों में या इधर उधर घूमने फिरने में व्यर्थ करता है वह अंत में रोता है पछताता है। लेकिन वह चाहकर भी उस समय को वापस नहीं ला सकता है। भगवान एक बार में केवल एक ही पल देते हैं तथा दूसरे पल से पूर्व पहले पल को छीन लेते हैं।
अगर हम समय के महत्व को समझकर समय का सदुपयोग करते हैं तो सफलता हमसे कभी भी दूर नहीं होती है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने बचे हुए समय का सदुपयोग करें और अपने राष्ट्र के भविष्य को उन्नति की ओर ले जाए, हमें हमेशा अपने काम को निश्चित रूप से समय पर ही पूरा करना चाहिए।
हम सभी भारत देश के निर्माता है। हमें हमेशा अपने देश की उन्नति के लिए अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को सदुपयोग में लगाना आवश्यक है। अगर हम काम को निश्चित समय पर पूरा करते हैं तो इससे समय भी बज जाता है एवं इसका प्रयोग हम समाज के कल्याण के लिए भी कर सकते हैं। हमें यह याद रखना चाहिए कि कभी भी समय व्यर्थ ना हो सके। समय का पूरा प्रयोग करना चाहिए और समय के महत्व को समझना भी चाहिए।
Essay on Samay Ka Mahatva Under 500 Words
समय का मूल्य पहचानते हुए बेंजामिन फ्रेंकलिन ने कहा है कि-” बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता “। और यह सच भी है कि खोया हुआ धन वापस अर्जित किया जा सकता है खोए हुए वैभव की फिर से प्राप्त की जा सकती है, उचित चिकित्सा वह समय के बल पर खोए हुए स्वास्थ्य को भी सिर से बहाल किया जा सकता है, अभ्यास के द्वारा भूली हुई विद्या भी पून: पाई जा सकती है, किंतु समय को एक बार खोने के बाद फिर से पाना संभव नहीं, क्योंकि यह निरंतर गतिशील है।
कबीर ने मृत्यु को अवश्यंभावी बता कर जीवन के एक – एक पलका सदुपयोग करने की सीख देते हुए कहां है –
” कल करे सो आज कर, आज करे सो अब ।
पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब ।”
‘ परीक्षा में तो अभी काफी दिन बाकी है, कल से पढ़ना शुरू कर देंगे, ऐसे सोच कर कुछ विद्यार्थी कभी भी नहीं पढ़ते, किंतु परीक्षा नियत समय एवं तिथि पर ही होती है। परीक्षा के प्रश्नों को देखकर उन्हें लगता है कि यदि उन्होंने समय का सदुपयोग किया होता तो परीक्षा हॉल में यूं ही खाली नहीं बैठना पड़ता । इसीलिए कहा गया है कि – ” अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत ।” प्रसिद्ध लेखक मैसन ने समय को महिमामंडित करते हुए कहां है – ” स्वर्णा के प्रत्येक कण की तरह ही समय का प्रत्येक क्षण मूल्यवान है ।”
जैसे प्लेटफार्म पर खरी रेलगाड़ी अपने यात्रियों की प्रतीक्षा नहीं करती है और देर से पहुंचने वाले अफसोस करते रह जाते हैं। इसी तरह समय भी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता !
अंग्रेजी में कहा गया है ‘ time and tide waits for nine ‘ अर्थात समय और समुद्र की लहरें किसी की प्रतीक्षा नहीं करते ! मानव जीवन में समय की महत्व को समझाने के लिए प्रकृति में भी उदाहरण भरे पड़े हैं।
Samay Ka Mahatva Par Nibandh
कभी-कभी बरसात के मौसम में वर्षा इतनी देर से शुरू होती है कि खेतों में लगी फसलें सूख जाती है। ऐसे में भला वर्ष| होने का भी क्या लाभ। भक्त कवि तुलसीदास ने प्रकृति के इसी उदाहरण का उल्लेख करते हुए जीवन में समय के महत्व को इस प्रकार से समझाया है –
” का बरखा जब कृषि सुखाने,
समय चुकी पुनि का पछताने ।।”
एक बार एक चित्रकार ने समय का चित्र बनाया, जिसमें एक अति सुंदर व्यक्ति हंसता हुआ दोनों हाथ फैलाए खड़ा था । सामने से उसके सुंदर दिख रहे थे , पर पीछे से वह बिल्कुल गंजा था । मतलब चित्रकार इस चित्र के माध्यम से यही संदेश देना चाहता था कि समय जब आता है तो आपकी और बाह फैलाएं आता है। ऐसे में यदि आपने सामने से आते हुए समय का केस पकड़ लिया, तो आपकी काबू में होगा, किंतु यदि आपने उसे निकल जाने दिया तो पीछे से आपके हाथ उसके गंजे सिर पर फिसलता रह जाएगा और फिर वह आप की पकड़ में नहीं आएगा। इसीलिए समय को पहचान कर उसका सदुपयोग करना चाहिए समय के सदुपयोग में ही जीवन की सफलता का रहस्य निहित है। राजा हो या रंक, मूर्ख हो या विद्वान, समय किसी के लिए अपनी गति मंद नहीं करता है। इसीलिए सबको जीवन में सफलता के लिए समय का सदुपयोग करना ही पड़ता है।
आज तक जितने भी महापुरुष हुए हैं, उनकी सफलता का रहस्य जीवन के हर पल का सदुपयोग ही रहा है। कठिनाइयों एवं संघर्षों का सामना करते हुए वे निरंतर अपने निर्धारित लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे और एक दिन अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहे। समय के मूल्य को समझने वाले लोगों की दिनचर्या हर रोज सुबह शुरू हो जाती है, बुद्धिमान व्यक्ति अपने अवकाश के समय को कभी भी व्यर्थ नहीं जाने देते किंतु आलसी एवं अकर्मण्य लोग देर तक सोए रहते हैं।
परिश्रमी व्यक्ति के पास कभी समय का अभाव नहीं होता, जबकि आलसी एवं कामचोर व्यक्तियों का जीवन पर निंदा, नीरूद्देश, भ्रमण आदि निरर्थक कार्य में बिताता है। आलस्य का परित्याग करके समय का सदुपयोग करने वाले व्यक्ति साहित्य के श्रेष्ठा , राष्ट्रीय नेता, महान वैज्ञानिक एवं कलाकार बन पाते हैं।
इसलिए हमें अपने जीवन का हर एक पल सही तरीके से और अर्थपूर्ण ढंग से समय को नष्ट किए बिना उपयोग करना चाहिए। जैसे कि हमारी दैनिक दिनचर्या – स्कूल का कार्य, गृह कार्य, सोने के घंटे , जागने का समय, व्यायाम भोजन करना आदि योजना अनुसार और समय के अनुसार आयोजित होनी चाहिए। हमें समय के महत्व को समझना चाहिए और इसी के अनुसार रचनात्मक ढंग से प्रयोग करना चाहिए, ताकि हम समय से धन्य हो ना कि नष्ट हो।
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धन्यवाद —