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आदि कैलाश यात्रा 2024 | कैलाश यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी, यात्रा कैसे करे? यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

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हिन्दू धर्म में भगवान शिव को समर्पित पंच कैलाश की बहुत अधिक मान्यता है। हिन्दू धर्म ग्रंथो में लिखा हुआ की भगवान शिव का पृथ्वी पर निवास रहा है जिसमे से सबसे ज्यादा प्रमुख कैलाश पर्वत है, जिसके बारे में कहा जाता है की भगवान शिव इस पर्वत पर अपने परिवार के साथ रहा करते थे। कैलाश पर्वत की यात्रा हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लोगो के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।

कैलाश पर्वत की तरह ही भारत में और भी बहुत से हिमालय के पहाड़ और हिमालय की वादियां हैं जो भगवान शिव को समर्पित हैं जैसे- किन्नौर कैलाश, मणि महेश कैलाश, श्रीखंड कैलाश, आदि कैलाश, ॐ पर्वत आदि । इन सभी की यात्रा करना बहुत ही शुभ माना जाता है और ऐसा कहा जाता है की इन जगहों की यात्रा करने से लोगो को सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

इस ब्लॉग में हम पंच कैलाशो में से एक “आदि कैलाश यात्रा” के बारे में सभी जानकारियों को आपसे साझा करेंगे। आदि कैलाश यात्रा 2024 में 13 मई से शुरू हो जाएगी। तो आप किस प्रकार से इस यात्रा को कर सकते हैं हम उसके बारे में जानेंगे। तो आईये जानते हैं आदि कैलाश यात्रा से जुड़ी जानकारियों को…

शार्ट जानकारी

जगहआदि कैलाश
पताउत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में गुंजी से 26 किलोमीटर दूर उत्तराखंड
प्रसिद्ध होने का कारणपंच कैलाश में से एक कैलाश
आदि कैलाश बेस कैंपगुंजी & जौलिंगकोंग
यात्रा में लगने वाले दिनलगभग 7 से 8 दिन
यात्रा में लगने वाला खर्च40 हजार से 50 हजार के बीच
निकट रेलवे स्टेशनकाठगोदाम रेलवे स्टेशन
निकट एयरपोर्टपंतनगर एयरपोर्ट

आदि कैलाश कहाँ है?

पंच कैलाश में से एक भगवान शिव को समर्पित आदि कैलाश भारत के उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के व्यांस घाटी में स्थित है। यह पिथौरागढ़ के धारचूला शहर से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक पहुंचने के लिए आपको पिथौरागढ़ आना होगा वहां से धारचूला और फिर धारचूला से गुंजी आना होगा।

गुंजी से आपको आदि कैलाश पर्वत के आखरी बेस कैंप जौलिंगकोंग आना होगा। जौलिंगकोंग से कुछ किलोमीटर की दूरी तय करके आप दर्शन करते हैं भगवान शिव के ध्यान स्थल आदि कैलाश के, जिसे “छोटा कैलाश” भी कहा जाता है।

आदि कैलाश यात्रा महत्व

भगवान शिव के पंच कैलाश में से एक है आदि कैलाश। जिसकी यात्रा करना बहुत शुभ और मोक्ष दायक मानी जाती है। आदि कैलाश के बारे में कहा जाता है की इसी पर्वत पर भगवान शिव ध्यान किया करते थे, इसी वजह से इस पर्वत के दर्शन करना शुभ माना जाता है। आदि कैलाश यात्रा का महत्व इसलिए भी बहुत है क्यूंकि इस यात्रा के दौरान आपको बहुत से दिव्य मंदिरो, पहाड़ो और कुंडो के दर्शन होते हैं।

हमारे पुराणों में लिखा हुआ है की यदि कोई व्यक्ति कैलाश मानसरोवर यात्रा करना चाहता है और नहीं कर पता है तो उसे आदि कैलाश यात्रा करनी चाहिए। जो फल और पुण्य कैलाश मानसरोवर यात्रा को करने से मिलता है वही पुण्य आदि कैलाश यात्रा को करने से मिलता है।

आदि कैलाश यात्रा डेट 2024

2024 में आदि कैलाश यात्रा के शुरू होने की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। यह यात्रा 13 मई से 2024 में शुरू होगी जो साल के अंत में नवंबर के समय जाकर समाप्त होगी। कुमाऊँ मंडल विकास निगम ने आदि कैलाश यात्रा की तिथि का ऐलान कर दिया है और आदि कैलाश यात्रा की बुकिंग भी शुरू कर दी है।

आदि कैलाश यात्रा लागत

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में होने वाली आदि कैलाश यात्रा की तारीख का ऐलान कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा किया जा चूका है। यदि आप इस यात्रा को खुद प्लान करके करोगे तो इस यात्रा में लगभग 25000 रुपये खर्च आ जायेगे। इसके साथ ही यदि आप सरकारी पैकेज द्वारा इस यात्रा को करना चाहोगे तो कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा आदि कैलाश यात्रा के लिए पैकेज की दरो का ऐलान कर दिया है।

जिसमे आपको 30000 से 40000 रुपये तक के पैकेज मिल जायेंगे। पिछले साल की तुलना में इस बार दरो में कुछ कमी की गयी है। जो पिछले साल की तुलना में 5000 रूपये कम हैं। बाकि लागत से सम्बंधित और जानकारी के लिए आप कुमाऊँ मंडल विकास निगम की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

यात्रा पैकेज (कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा)

कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा दिए गए पैकेज की जानकारी हम नीचे बता रहे हैं जिसे आप पढ़ सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए आप इनकी वेबसाइट पर भी जा सकते हैं…

  • 30000/- प्रति व्यक्ति- (4 रात – 5 दिन) धारचूला से धारचूला
  • 33000/- प्रति व्यक्ति- (4 रात – 5 दिन) धारचूला से धारचूला
  • 35000/- प्रति व्यक्ति- (5 रात – 6 दिन) टनकपुर से टनकपुर
  • 40000/- प्रति व्यक्ति- (7 रात – 8 दिन) टनकपुर से काठगोदाम
  • 40000/- प्रति व्यक्ति – (7 रात- 8 दिन) काठगोदाम से काठगोदाम

यदि आप सरकारी पैकेज न लेकर प्राइवेट कंपनी द्वारा ये यात्रा करोगे तो आपको सुविधाएं तो अच्छी मिल जाएँगी लेकिन सरकारी पैकेज की तुलना में ज्यादा खर्चा करना पड़ जायेगा। जो 40000 से 50000 रुपये या उससे भी अधिक हो सकता है। तो आप सभी पैकेज की डिटेल को पढ़ कर ही अपना आदि कैलाश यात्रा का पैकेज बुक करे।

आदि कैलाश यात्रा में प्रत्येक दिन का कार्यक्रम (पैकेज 40000 में)

आप जब इस यात्रा को कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा करते हैं तो आपको इन दिनों में कहाँ-कहाँ लेकर जाया जाता है और कैसा होते हैं आदि कैलाश यात्रा के ये दिन अब हम उसके बारे में जानेगे…

दिन-01 काठगोदाम से पिथौरागढ़

आपकी यात्रा काठगोदाम से शुरू होगी जिसमे आज आप नीम करोली बाबा , गोलू देवता और जागेश्वर में दर्शन करते हुये पिथौरागढ़ पहुंचोगे। आज रात पिथौरागढ़ में रुकोगे और आज के दिन को अलविदा कहोगे।

दिन-02 पिथौरागढ़ से धारचूला

आज आप पिथौरागढ़ से धारचूला की ओर निकलोगे। जहाँ आप आज का दिन रेस्ट करेंगे और अपने इनर लाइन परमिट मिलने का इंतज़ार करेंगे।

दिन-03 धारचूला से गुंजी

आज आप इनर लाइन परमिट मिलने के बाद गुंजी के लिए निकालेंगे। यह सफर 71 किलोमीटर का है जो पहाड़ो पर बनाये गए रास्तो से होकर जाता है। इस सफर में आप मनोकामना मंदिर में दर्शन करेंगे और आज की रात गुंजी में ही आराम करेंगे।

दिन-04 गुंजी से ॐ पर्वत

आज आप गुंजी से ॐ पर्वत के दर्शन करने के लिए निकलोगे। इस सफर में आप बर्फ से ढके पहाड़ो को देखोगे और ॐ पर्वत के साथ नाभि पर्वत, नाग पर्वत, काली मंदिर, और व्यास गुफा के दर्शन करोगे। दर्शन करने के पश्चात आप गुंजी की ओर वापसी करोगे और आज की रात गुंजी में ही आराम करोगे।

दिन-05 गुंजी से आदि कैलाश दर्शन

आज आप गुंजी से आदि कैलाश दर्शन करने के लिए निकलोगे। आप गुंजी से जौलिंकांग तक अपनी गाड़ी में सफर करोगे इसके बाद कुछ किलोमीटर का ट्रेक करके आप आदि कैलाश पर्वत तक पहुंचोगे। इस यात्रा में आप कुंती पर्वत, पांडव पर्वत, ब्रह्मा पर्वत, पार्वती सरोवर और गौरी कुंड के साथ माता पार्वती और शिव को समर्पित मंदिर के दर्शन करोगे। और अंत में गुंजी की ओर वापसी करते हैं।

दिन-06 गुंजी से डीडीहाट

आज आप अपने सफर से घर की ओर वापसी का रुख करेंगे जिसमे आज आप गुंजी से वापस डीडीहाट में आकर रुकेंगे और वहां घूमेंगे। आज की रात आप डीडीहाट में बिताएंगे।

दिन-07 डीडीहाट से भीमताल

आज आपका सफर का लास्ट दिन होगा। जिसमे आपको डीडीहाट से भीमताल की ओर वापसी करना होगा। वापसी में आप पाताल भुबनेश्वर गुफा के दर्शन करेंगे और आज की रात भीमताल में व्यतीत करेंगे।

दिन-08 भीमताल से काठगोदाम

आज आप सुबह का नास्ता करने के पश्चात काठगोदाम के लिए निकल जाओगे और काठगोदाम आकर आपकी यह यात्रा पूरी हो जाएगी।

आदि कैलाश यात्रा रजिस्ट्रेशन

आदि कैलाश यात्रा करने के लिए आपको कुछ महीने पहले ही इस यात्रा के लिए आवेदन करना होता है। यदि आप किसी ट्रेकिंग कंपनी द्वारा इस यात्रा को कर रहे हैं तो आपको ज्यादा कुछ करने की जरूर नहीं होती है वो सभी चीजों को मैनेज करा देते हैं। इस यात्रा को करने के लिए और इनर लाइन परमिट के लिए निम्न चीजों की आवश्यकता होती है…

  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म
  • 3 पासपोर्ट साइज फोटो
  • फिटनेस सर्टिफिकेट
  • इन्डेम्निटी बांड/ पासपोर्ट
  • पुलिस वेरिफिकेशन

यदि आप इस यात्रा को किसी कंपनी द्वारा कर रहे हो तो इन सभी दस्तावेजों को आपको उन्हें मेल करना होगा और यदि आप खुद अकेले इस यात्रा को कर रहे हो तो आपको इस यात्रा से पहले धारचूला में इनर लाइन परमिट लेने के लिए आपको इन सभी दस्तावेजों को खुद धारचूला तहसील लेकर जाना होगा और वहां से परमिट लेना होगा।

आदि कैलाश यात्रा करने का सबसे अच्छा समय

आदि कैलाश यात्रा हर साल मई के महीने में शुरू हो जाती है जो नवंबर लास्ट महीने तक चलती है। इस यात्रा को करने का सबसे अच्छा समय मई के लास्ट से जून के लास्ट तक का है। इस समय में आपको मौसम साफ़ मिलेगा जिससे आपको ॐ पर्वत और आदि कैलाश पर्वत के दर्शन अच्छे होंगे। जून के बाद से यहाँ मानसून दस्तक देता है जिस वजह से इस समय में यात्रा करना थोड़ा खतरनाक हो सकता है। इस यात्रा को आप अक्टूबर से नवंबर के बीच में भी कर सकते हैं। यह समय भी यात्रा करने के लिए अच्छा माना जाता है।

आदि कैलाश यात्रा कैसे करे?

इस यात्रा को आप अकेले भी कर सकते हैं और किसी कंपनी द्वारा (जो इस यात्रा को कराती हो) भी कर सकते हैं। इस यात्रा को खुद से करने पर आपको कम पैसे खर्च करने पड़ते हैं लेकिन रजिस्ट्रेशन, इनर लाइन परमिट और यात्रा के दौरान रुकना, खाना और भी बहुत सी चीजों को मैनेज करने में दिक्कत होती है। इस यात्रा के दौरान आपको कई किलोमीटर की यात्रा करनी होती है जो अकेले करना थोड़ा मुश्किल रहता है। तो यदि आपने पहले भी ऐसी यात्राएं की हैं तो आप इस यात्रा को अकेले करे वरना आप इस यात्रा को ट्रेवेल कंपनी के सहारे ही करे।

सबसे अच्छा यही रहता है की आप इस यात्रा को किसी ट्रेवेल कंपनी की सहायता से करे। जिसमे आपको रहने, खाने और आने जाने से सम्बंधित किसी भी चीज की कोई परेशानी या ज़िम्मेदारी नहीं उठानी होती है। जिससे आप इस यात्रा को पूरे आनंद के साथ कर सकते हैं। यह यात्रा प्रमुख तौर पर धारचूला से शुरू होती है और धारचूला में जाकर ही खत्म होती है।

आदि कैलाश यात्रा की एलिजिबिलिटी (Eligibility)

  • आदि कैलाश यात्रा करने के लिए सबसे पहले आपको भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • इस यात्रा को करने के लिए आपकी उम्र न्यूनतम 10 साल और अधिकतम 80 साल होनी चाहिए।
  • इस यात्रा को करने के लिए आपका फिट होना बहुत ज्यादा आवश्यक है। आपको किसी भी तरह की कोई भी बीमारी नहीं होनी चाहिए मुख्यता- सांस लेने में दिक्कत, दिल की बीमारी, आस्थमा आदि जैसी कोई भी बीमारी नहीं होनी चाहिए।
  • इस यात्रा को करने के लिए आपको इनर लाइन परमिट लेना होता है जो धारचूला से मिलता है।

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