भारत के उत्तर प्रदेश राज्य को “जन्म भूमि” के नाम से जाना जाता है, क्योंकि अधिकतर हिन्दू देवी-देवताओ का जन्म उत्तर प्रदेश में ही हुआ है। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहाँ बहुत से ऐतिहासिक शहर मौजूद हैं इन शहरों में बहुत से ऐतिहासिक स्मारक, धार्मिक स्मारक तथा मंदिर हैं जिनके मुख्य उदाहरण यहाँ उपस्थित अयोध्या का राम मंदिर, वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर, आगरा का ताज महल और लखीमपुर खीरी में बना हुआ दुधवा नेशनल पार्क हैं।
ऐसी सभी जगहों को देखने में आपको बहुत से पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं लेकिन हम इस पोस्ट में एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ आप उत्तर प्रदेश की ऐसी 16 जगहों को एक साथ कम खर्च में देख सकते हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर (जो उत्तर प्रदेश की राजधानी है) में एक ऐसा पार्क बनाया गया है जहाँ आप उत्तर प्रदेश के 16 प्रसिद्ध स्मारकों और जगहों को देख व उनके बारे में जान सकते हैं। जी हाँ हम बात कर रहे हैं लखनऊ के “यूपी दर्शन पार्क” के बारे में जहाँ उत्तर प्रदेश के 16 स्मारकों को वेस्ट (Waste) चीजों से बनाया गया है। तो आईये जानते हैं यूपी दर्शन पार्क से सम्बंधित सभी महत्वपू्र्ण बातें इस पोस्ट में।
विषय सूची
यूपी दर्शन पार्क का विवरण
इस पार्क को वेस्ट (Waste) मटेरियल से बने स्मारकों की थीम पर बनाया गया है। जिसमे उत्तर प्रदेश के 16 प्रसिद्ध स्ट्रक्चर (structure) को वेस्ट मटेरियल से बनाया गया है। पार्क में बहुत ही सुन्दर हरियाली और घास भी है। पार्क में जितनी भी चीजों को बनाया गया है वो सभी वेस्ट मटेरियल द्वारा ही बनाई गई हैं। पार्क में बच्चो के लिए किड्स जोन बनाया गया है जो बच्चों के लिए मौज मस्ती करने की बहुत ही अच्छी जगह है। साथ ही पार्क में संकेत बोर्ड लगाए गए हैं। जिससे आपको पूरे पार्क में घूमने में आसानी रहे। इस पार्क में एक फोटो पॉइंट भी बनाया गया है जहाँ आप फोटो ले सकते हैं। पार्क के बाहर एक रेस्टोरेंट भी है जिससे आपको यहाँ पर खाने की सुविधा भी मिल जाएगी।
जगह का नाम | यूपी दर्शन पार्क |
पता | अम्बेडकर पार्क से 1 किलोमीटर दूर, 2A विपिन खंड सेक्टर 38, लखनऊ उत्तर प्रदेश |
प्रसिद्ध होने का कारण | 16 स्मारक बने होने के कारण (राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, कुम्भ मेला, राधा रानी मंदिर आदि) |
खुलने का समय | सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक |
टिकट का प्राइस | 12 से 60 साल- 100 रुपये, 3 से ऊपर और 60 से ऊपर- 50 रुपये, 3 साल से नीचे- फ्री |
निकट रेलवे स्टेशन | दिलकुशा रेलवे स्टेशन & लखनऊ जंक्शन ( चारबाग़ रेलवे स्टेशन) |
निकट एयरपोर्ट | चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट |
यूपी दर्शन पार्क की स्थिती
यूपी दर्शन पार्क भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ में स्थित है। वैसे तो लखनऊ में बहुत से पार्क हैं जो आकर्षण का केंद्र हैं, लेकिन हाल ही में बना हुआ यूपी दर्शन पार्क लोगो के बीच बहुत अधिक प्रसिद्ध हो रहा है। यह पार्क उत्तर प्रदेश के सभी 16 प्रसिद्ध स्मारकों को दर्शाता है और यह इसी थीम पर बनाया गया है।
यूपी दर्शन पार्क का टिकट प्राइस
इस पार्क में एंट्री करने के लिए आपको टिकट लेना होगा जिसका प्राइस 12 से 60 वर्ष तक के व्यक्तियों के लिए 100 रुपये रखा गया है और 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों और 3 वर्ष से 11 वर्ष तक के व्यक्तियों के लिए टिकट का प्राइस 50 रुपये रखा गया है। इस पार्क में 3 वर्ष से छोटे बच्चो की एंट्री फ्री है। आपको टिकट काउंटर से टिकट लेने के बाद ही पार्क में एंट्री मिलेगी।
यूपी दर्शन पार्क की टाइमिंग
यह पार्क सुबह में 10 बजे खुल जाता है और शाम में 9 बजे तक खुला रहता है। आप इस समय के अनुसार इस पार्क में घूमने आ सकते हैं और मजे कर सकते हैं।
यूपी दर्शन पार्क के प्रसिद्ध होने का कारण
इस पार्क में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध 16 स्मारकों को बनाया गया है। यह पार्क इसी वजह से बहुत अधिक प्रसिद्ध हो रहा है क्यूंकि यहाँ उत्तर प्रदेश के सभी प्रसिद्ध स्मारकों को एक जगह देखा जा सकता है। इस पार्क में बने स्मारकों की एक और खास बात है जो इस पार्क को और अधिक प्रसिद्ध बना रही है वह है की ये सभी स्मारक वेस्ट (Waste) चीजों को दुबारा रेनोवेट करके बनाये गए हैं।
यूपी दर्शन पार्क में उपलब्ध सुविधाएँ
फैमिली के साथ घूमने के लिए यूपी दर्शन पार्क एक बहुत ही अच्छी जगह है। यूपी दर्शन पार्क में सभी जरुरत की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यहाँ रेस्टोरेंट हैं जिनमे आपको खाने की सूविधा मिल जाएगी और फ्रेश होने के लिए टॉयलेट्स भी हैं। इस पार्क में बच्चों के लिए एक स्पेशल किड्स जोन बनाया गया है इसमें बच्चे काफी इंजॉय कर सकते हैं। आप अपने बच्चों को इस पार्क में उत्तर प्रदेश के बारे में अच्छे से बता सकते हैं और उत्तर प्रदेश में स्थित सभी प्रसिद्ध जगहों के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
यूपी दर्शन पार्क में बने स्मारक
इस पार्क में वेस्ट (Waste) चीजों का इस्तेमाल कर के16 स्मारकों को बनाया गया है। इन स्मारकों को बनाने में 268.5 टन वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। इस पार्क में राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, राधा रानी मंदिर, कुम्भ मेला, ताज महल, देवी पटना मंदिर, फतेहपुर सीकरी, बड़ा इमामबाड़ा, झाँसी किला, तुलसी दास, दुधवा नेशनल पार्क, महापरिनिर्वाण मंदिर, गोरखनाथ मठ मंदिर, विधान भवन लखनऊ, विध्यांचल मंदिर और बांके बिहारी मंदिर इन सभी के स्मारक बनाये गए हैं। तो आईये जानते हैं इन सभी स्मारकों के बारे में एक-एक कर के।
राम मंदिर
राम मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में बन रहा है अभी ये मंदिर पूरी तरह से नहीं बना है। मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त 2020 को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया गया था तथा मंदिर का उद्धघाटन भी 22 जनवरी 2024 को नरेंद्र मोदी जी द्वारा ही किया गया था। यह मंदिर 2025 तक पूरा बन कर तैयार हो जायेगा। इसी मंदिर के वास्तुकला को देखकर यूपी दर्शन पार्क में एक स्मारक बनाया गया है। पार्क में इस मंदिर को बनाने के लिए 16 टन वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है।
झाँसी किला
पार्क में बना हुआ झाँसी किला उत्तर प्रदेश के झाँसी शहर की वीरता को दर्शाता है। यह किला उन वीर सैनिको और आजादी के सपूतो की गाथा को दर्शाता है जिन्होंने अपने प्राण बलिदान कर दिए अपने देश की स्वतंत्रता के लिए। इस किले को बनाने में 16 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है। शाम के समय में इस किले में जलती हुयी लाइटें इसकी भव्यता और सुंदरता को और भी बढ़ा देती हैं।
ताज महल
इस पार्क में उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में बने हुए ताज महल को भी दर्शाया गया है। ताज महल दुनिया के ७ आजुवो में से एक है। पार्क में ताज महल को बनाने में 18 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है। ताज महल की इस जटिल वास्तुकला को बहुत ही बारीकी और सुंदरता से निर्मित किया गया है।
बांके बिहारी मंदिर
बांके बिहारी मंदिर मथुरा जिले के वृन्दावन में स्थित है जिसके प्रति लोगो की गहरी आस्था है। पार्क में बांके बिहारी मंदिर के स्वरुप को बनाया गया है जिसे बनाने में 13.5 टन वेस्ट मटेरियल को बदल कर उसका प्रयोग किया गया है। मंदिर के स्वरुप को बनाने में वास्तुकला का बहुत ध्यान रखा गया है।
दुधवा नेशनल पार्क
दुधवा नेशनल पार्क जो उत्तरा प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में स्थित वन क्षेत्र है। दुधवा नेशनल पार्क भारत और नेपाल सीमा पर स्थित है। यह पार्क 204 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसी पार्क को यूपी दर्शन पार्क में दर्शया गया है। दुधवा नेशनल पार्क बाघ, तेंदुओं और बारहसिंघों के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध है। इसी वजह से यूपी दर्शन पार्क में बाघ, तेंदुओं को दर्शया गया है। इसे बनाने में 13 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है।
फतेहपुर सीकरी
यूपी दर्शन पार्क में फतेहपुर सीकरी को भी दर्शाया गया है। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में पड़ने वाले फतेहपुर सीकरी शहर का ऐतिहासिक रूप से बहुत अधिक महत्व है। इसका मुग़ल काल के दौरान बहुत अधिक महत्व रहा है, क्योंकि 1571 में अकबर ने इसे अपनी राजधानी बनाया था। फतेहपुर सीकरी को दर्शाते हुए यहाँ “बुलन्द दरवाजा” भी बनाया गया है जिसका निर्माण फतेहपुर सीकरी में मुग़ल काल के दौरान किया गया था। इसे बनाने में 10.5 टन वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया गया है।
विधान भवन लखनऊ
यूपी दर्शन पार्क में लखनऊ “विधान भवन” को भी दर्शया गया है। लखनऊ विधान भवन का निर्माण 1928 में किया गया था। इसे पार्क में दर्शाने और बनाने के लिए 14 टन वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया गया है।
राधा रानी मंदिर
बरसाना में बना हुआ राधा रानी मंदिर भक्ति और प्रेम का एक रूप है। पार्क में राधा रानी मंदिर को भी बनाया गया है। यह एक ऐसा मंदिर है जहाँ हर समय भक्तो की भीड़ राधा रानी के दर्शन करने के लिए लगी रहती है। पार्क में मंदिर के स्वरुप को बनाया गया है साथ ही मंदिर के बारे में कुछ जानकारी को भी लिखा गया है। इस मंदिर को बनाने में 12.5 टन वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर की भव्यता काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर बनने से और भी अधिक बढ़ गयी है। पार्क में इस मंदिर को बनाने में 9 टन वेस्ट मटेरियल का इस्तमाल हुआ है। मंदिर के बाहर लगे शिलालेख पर मंदिर से सम्बंधित सभी जानकारी लिखी हुयी है।
गोरखनाथ मंदिर
गोरखनाथ मंदिर उत्तरा प्रदेश में बना हुआ एक बहुत ही सुन्दर और प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर नाथ संप्रदाय का मंदिर है। पार्क में बना यह मंदिर बहुत ही सुन्दर वास्तुकला का नमूना पेश करता है। इसे बनाने में 12.5 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है।
बड़ा इमामबाड़ा
एक बहुत ही सुन्दर वास्तुकला को अगर आप देखना चाहते हैं तो आपको लखनऊ में स्थित बड़े इमामबाड़ा को देखना चाहिए। इसे बनाने में जिस वास्तुकला का प्रयोग किया गया है वो बहुत ही सुन्दर है। यह इमामबाड़ा दूसरा सबसे बड़ा इमामबाड़ा है। पार्क में बने इस इमामबाड़े को बनाने में 13.5 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है।
कुम्भ मेला
कुम्भा मेला, जिसका आयोजन हर 12 साल बाद किया जाता है। जब बृहस्पति गृह अपना एक चक्कर पूरा करता है तब इस मेले का आयोजन किया जाता है। कुम्भ मेला भारत में चार जगहों पर आयोजित किया जाता है ये जगह प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन हैं। पार्क में कुम्भ मेले को दर्शाने और बनाने में 9.5 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है।
विंध्याचल मंदिर
माता के शक्तिपीठ में से एक विंध्याचल मंदिर उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में स्थित है। यह मंदिर माँ विंध्यवासिनी को समर्पित है। यह मिर्जापुर में स्थित बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। पार्क में इस मंदिर के स्वरुप को बनाने में 13 टन वेस्ट पदार्थो का प्रयोग किया गया है। जिसे दुबारा से रीसायकल (Recycle) किया गया है।
संत तुलसी दास जी की प्रतिमा
पार्क में संत तुलसी दास जी की प्रतिमा को भी बनाया गया है। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना की थी। इनका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था। बनारस के घाटों में एक घाट तुलसी दास जी को भी समर्पित है जहाँ उन्होंने रामचरितमानस की रचना की थी। पार्क में बनी इस प्रतिमा को को बनाने में 8 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है।
महापरिनिर्वाण मंदिर
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्थित यह मंदिर बौद्धों के लिए बहुत अधिक आस्था का केंद्र है। कुशीनगर में स्थित इस मंदिर में महात्मा बुद्ध की 6.1 फिट ऊँची लेटी हुयी प्रतिमा स्थापित है। जो महात्मा बुद्ध के शरीर त्यागने से पूर्व की बताई जाती है। यूपी दर्शन पार्क में महात्मा बुद्ध की इसी प्रतिमा को दर्शया गया है। इस प्रतिमा और इस पूरे स्मारक को बनाने में 7.5 टन वेस्ट मटेरियल का प्रयोग किया गया है।
देवी पटना मंदिर
माता के शक्ति पीठ में से एक है उत्तरप्रदेश का देवी पटना मंदिर। यह मंदिर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में स्थित है। मंदिर के बारे में बताया जाता है की इस जगह पर माता सती का दाहिना कंधा गिरा था। उसके बाद ही इस मंदिर का निर्माण किया गया। पार्क में मंदिर के इस स्वरूप को बनाने में 11 टन वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया गया है। पार्क में इस मंदिर को बनाने में पूरा ध्यान रखा गया है और बिलकुल मंदिर को रियल मंदिर की तरह ही बनाया गया है।
यूपी दर्शन पार्क तक पहुँचने के मार्ग
यूपी दर्शन पार्क उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बना हुआ है। यहाँ तक पहुंचना बहुत ही आसान है। यह पार्क सड़क मार्ग द्वारा बहुत ही अच्छे से जुड़ा हुआ है और यह लखनऊ में बने अम्बेडकर पार्क के पास ही स्थित है। आईये जानते हैं की आप किन-किन मार्ग द्वारा यूपी दर्शन पार्क तक पहुँच सकते हैं।
सड़कमार्ग के द्वारा पहुँचना
यूपी दर्शन पार्क लखनऊ में विपिन खंड में सेक्टर 38 में बना हुआ है। लखनऊ बस स्टैंड से यूपी दर्शन पार्क की दूरी 7 किलोमीटर है जिसे आप लोकल ऑटो द्वारा पूरा कर सकते हैं। लखनऊ के लिए बसे आपको दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सभी शहरों से आसानी से मिल जाएँगी।
रेलमार्ग के द्वारा पहुँचना
इस पार्क के सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन दिलकुशा रेलवे स्टेशन और लखनऊ जंक्शन है। लखनऊ जंक्शन उत्तर प्रदेश के सभी बड़े रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है साथ ही देश के बाकी बड़े रेलवे स्टेशन से भी लखनऊ के लिए ट्रेन मिल जाएँगी। लखनऊ जंक्शन से यूपी दर्शन पार्क की दूरी 7.5 किलोमीटर की है।
हवाईमार्ग के द्वारा पहुँचना
लखनऊ आने का एक सबसे अच्छा तरीका हवाईमार्ग द्वारा है। यह थोड़ा खर्चीला हो सकता है लेकिन आराम दायक भी होता है। यूपी दर्शन पार्क के सबसे नजदीक एयरपोर्ट चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट पार्क से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस दूरी को आप आसानी से सड़कमार्ग द्वारा पूरा कर सकते हैं।
FAQ
Q. अम्बेडकर पार्क से यूपी दर्शन पार्क की दूरी कितनी है?
Ans. यूपी दर्शन पार्क अम्बेडकर पार्क से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
Q. यूपी दर्शन पार्क में कितने स्मारक स्थित हैं?
Ans. यूपी दर्शन पार्क में उत्तर प्रदेश के 16 प्रसिद्ध स्मारक स्थित हैं।
Q. यूपी दर्शन पार्क में बने स्मारक को किस से बनाया गया है?
Ans. यूपी दर्शन पार्क में बने 16 स्मारकों को 285 टन वेस्ट मटेरियल से बनाया गया है।
Q. पार्क का नाम दर्शन पार्क क्यों है?
Ans. पार्क में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध इमारतों को दर्शया गया है और इन्हे आप एक साथ एक जगह देख सकते हैं जिस वजह से पार्क का नाम यूपी दर्शन पार्क रखा गया है। पुरे पार्क में आप यूपी के दर्शन और उसकी प्रसिद्ध इमारतों की झलक को देख सकते हैं।
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