किन्नौर कैलाश यात्रा 2025 | किन्नौर कैलाश यात्रा रजिस्ट्रेशन कैसे करे? यात्रा का रूट? और यात्रा का बजट कितना होना चाहिए? आदि सभी जानकारियां

भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश पर्वत और इसकी होने वाली यात्रा के बारे में लगभग सभी ने सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैलाश पर्वत के अलावा भी पृथ्वी पर चार और कैलाश स्थित हैं। जिनमें आदि कैलाश, मणि महेश कैलाश, श्रीखंड कैलाश और किन्नौर कैलाश आते हैं। इस ब्लॉग में हम किन्नौर कैलाश की होने वाली यात्रा के बारे में सभी जानकारियों को आपसे साझा करेंगे। किन्नौर कैलाश की यात्रा हर साल अगस्त के महीने में शुरू होती है और ये सिर्फ 1 महीने के लिए ही चलती है।

हम इस ब्लॉग में किन्नौर कैलाश यात्रा के रजिस्ट्रेशन, यात्रा का रूट और इस यात्रा में आपको कितना बजट चाहिए होगा? इन सभी जानकारियों को आपसे साझा करेंगे। तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े…

शार्ट जानकारी

जगहकिन्नौर कैलाश
पतातंगलिंग गांव रिकांगपिओ किन्नौर जिला हिमाचल
प्रसिद्ध होने का कारणपंच कैलाश में से एक होने के कारण
बेस कैंपतंगलिंग गांव
यात्रा अवधि5 से 6 दिन
निकटम रेलवे स्टेशनशिमला रेलवे स्टेशन
निकटम एयरपोर्टशिमला एयरपोर्ट

किन्नौर कैलाश कहाँ स्थित है?

किन्नौर कैलाश भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के किन्नौर जिले में स्थित है। किन्नौर कैलाश की यात्रा करने के लिए आपको सबसे पहले तंगलिंग गांव पहुंचना होगा, जो इस यात्रा का बेस कैंप है। तंगलिंग गांव किन्नौर के रिकांगपिओ शहर से लगभग 12 किलोमीटर पहले पड़ता है। यदि आप सरकारी बस द्वारा आते हैं तो बस आपको रिकांगपिओ से पहले तंगलिंग जाने वाले रास्ते पर उतार देगी। उसके बाद आप 15 से 20 मिनट के रास्ते को तय करके तंगलिंग गांव पहुंच जाओगे। जहाँ से किन्नौर कैलाश की यात्रा शुरू होती है।

विशेष नोट:- यदि आप 2025 में किन्नौर कैलाश की यात्रा करना चाहते हैं तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। हम आपकी यात्रा को सरल, सुगम और व्यवस्थित तरीके से पूरा करने में मदद करेंगे। Join Whatsapp Group
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2025 में किन्नौर कैलाश यात्रा कब शुरू होगी?

हर साल की तरह इस साल (2025) किन्नौर कैलाश की यात्रा शुरू होने वाली है। इस साल 2025 में यह यात्रा 15 जुलाई 2025 से 31 अगस्त 2025 तक लगभग 48 दिनों तक चलेगी। जिसमें प्रति दिन 350 श्रद्धालु बाबा किन्नौर कैलाश के दर्शन करते हैं।

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किन्नौर कैलाश यात्रा का रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

किन्नौर कैलाश यात्रा करने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस साल 2025 में किन्नौर कैलाश यात्रा का ऐलान होते ही इस यात्रा के रजिस्ट्रेशन का ऐलान भी कर दिया गया है। किन्नौर कैलाश का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होता है। यात्रा का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 जुलाई से शुरू होंगे जिसके के लिए आपको किन्नौर जिले की वेबसाइट (https://hpkinnaur.nic.in/event/kinnaur-kailash-registration-2025/) पर जाना होगा। यदि आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते हैं तो आप किन्नौर कैलाश के बेस कैंप तंगलिंग में आकर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, जो 14 जुलाई 2025 से किन्नौर कैलाश के बेस कैंप तंगलिंग में शुरू होंगे।

इस यात्रा में प्रति दिन 350 श्रद्धालुओं को यात्रा करने की परमिशन दी जाती है, जिसमे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान प्रति दिन सिर्फ 175 श्रद्धालु ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। जबकि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या 125 रखी गयी है और 50 स्लॉट किन्नौर टूरिज्म एसोसिएशन को दिए गए हैं। यात्रा के शुल्क के तौर पर आपको बेस कैंप पर 200 रुपये ग्रीन टैक्स के तौर पर देने होंगे। हम नीचे ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की जानकारी को साझा कर रहे हैं, जिसे बहुत ध्यान से पढ़े…

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

2025 में किन्नौर कैलाश का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 जुलाई 2025 से शुरू हो चुकी है। नीचे हम 2025 में होने वाली किन्नौर कैलाश यात्रा 2025 के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बारे में बता रहे हैं।

किन्नौर कैलाश यात्रा करने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इस यात्रा का रजिस्ट्रेशन आप किन्नौर जिले की आधिकारिक वेबसाइट किन्नौर कैलाश रजिस्ट्रेशन 2025 (https://hpkinnaur.nic.in/event/kinnaur-kailash-registration-2025/) पर जाकर करा सकते हैं।

आप सबसे पहले किन्नौर कैलाश रजिस्ट्रेशन 2025 वेबसाइट पर जाए। वेबसाइट पर क्लिक करते ही एक पेज खुल जाएगा। जिसमे सबसे पहले यात्रा की डेट दे रखी होगी और नीचे बहुत सी इनफार्मेशन दी गयी होगी। इनफार्मेशन के बीच में एक आपको विकल्प मिल जायगे जो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का होगा।

उसपर क्लिक करने के बाद एक फॉर्म खुल जाएगा। जिसमे आपको अपना यात्रा रूट, यात्रा डेट, अपना नाम, पता, पिता का नाम, मोबाइल नंबर आदि कुछ जानकारियां भरनी होंगी। सभी जानकारियों को भरने के बाद आप अपना रजिस्ट्रेशन समिट कर दे और उसे डाउनलोड कर ले। इस तरह से आपका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भर जायेगा।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको इसी वेबसाइट पर हेल्थ सर्टिफिकेट का फॉर्म मिल जायेगा। जिसे आपको डाउनलोड करना है और किसी रजिस्टर डॉक्टर से अपना हेल्थ सर्टिफिकेट बनवा लेना है। मेडिकल हेल्थ सर्टिफिकेट यात्रा दिनांक से 1 सफ्ताह पहले तक का ही मान्य होता है इसीलिए हेल्थ सर्टिफिकेट 1 महीने पहले से बनवा के न रखें।

यह हेल्थ सर्टिफिकेट यात्रा के दौरान काफी जगहों पर चेक किया जाता है, तो हेल्थ सर्टिफिकेट का होना अनिवार्य है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप मेडिकल हेल्थ सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करे?

यदि आप किसी तरह से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते हैं या फिर आपका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाता है तो आप ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं। प्रति दिन 125 यात्री तंगलिंग बेस कैंप पर अपना ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बनवा सकते हैं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आपको दो डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है :- आधार कार्ड और हेल्थ सर्टिफिकेट। यहाँ आपका हेल्थ सर्टिफिकेट तुरन्त बन जाता है और इसका कोई भी शुल्क नहीं जाता है।

ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आपको तंगलिंग गांव में यात्रा का टोकन लेना होता है। जिसके लिए आपको 200 रुपये प्रति व्यक्ति चार्ज देना होता है। यह यात्रा टोकन लेना अनिवार्य है और यह जगह-जगह पर कैंप पर चेक किया जाता है।

किन्नौर कैलाश के दौरान रुकना और खाना

किन्नौर कैलाश की यात्रा के दौरान अगर रुकने की बात करे तो आपको तंगलिंग और गणेश पार्क के साथ-साथ गणेश गुफा के पास भी टेंट की सुविधा मिल जाएगी। तंगलिंग गांव में आपको बहुत से होम स्टे मिल जायेंगे और लगभग सभी होम स्टे के एक जैसे ही प्राइस होते हैं। तंगलिंग में अगर आप रुकते हैं तो आपको 700 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से किराया देना होता है जिसमे आपका खाना शामिल होता है। यदि आप होम स्टे में सिर्फ रुकना चाहते हैं तो आपको 300 रुपये प्रति व्यक्ति देना होता है।

यदि गणेश पार्क की बात करे तो यहाँ पर आपको एक लकड़ी का बना हुआ होम स्टे देखने को मिल जायेगा बाकि यहाँ पर आपको टेंट कि सुविधा मिल जाएगी। यहाँ पर टेंट में रुकने का किराया 1200 रुपये प्रति व्यक्ति है जिसमे खाना शामिल होता है। यही चार्ज ऊपर गणेश गुफा के पास में है तो आप अपने हिसाब से यहाँ रुक सकते हैं।

किन्नौर कैलाश यात्रा में क्या-क्या पैक करें?

किन्नौर कैलाश यात्रा एक कठिन यात्रा है, जिसमें आपको पहाड़ो पर 16 से 17 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। इसी वजह से इस यात्रा के दौरान आपको अपना बैगपैक अच्छी तरह से पैक करना चाहिए, जो ज्यादा भारी भी न हो और आपकी आवश्यकता अनुसार सभी चीजे भी हों। नीचे हम यात्रा के दौरान आपको किन-किन चीजों को अपने साथ लेकर जाना चाहिए उनके बारे में बता रहे हैं साथ ही कुछ प्रोडक्ट की लिंक दे रहे हैं, जिन्हे आप ऑनलाइन अमेज़न से खरीद सकते हैं…

(हमारे द्वारा दी गयी एफिलिएट लिंक अमेज़न एफिलिएट की हैं, जिनके द्वारा प्रोडक्ट खरीदने पर हमे कुछ कमीशन मिलता है। यह कमीशन प्रोडक्ट के चार्ज में कोई भी बढ़ोतरी नहीं करती है इसलिए आप इन्हे किसी भी एक्स्ट्रा चार्ज के खरीद सकते हैं।)

कपड़े

इस यात्रा के लिए आपको निम्न कपडे पैक करने चाहिए- गर्म जैकेट, ट्रैकिंग पैन्ट्स, गर्म ऊनी इनरवेअर, सन-कैप, रेन-कोट। (नीचे हमने इन कपड़ो के प्रोडक्ट लिंक दिए हैं जिनके द्वारा आप इन्हे खरीद सकते हैं।)

फुटवियर

फुटवियर में आपको एक अच्छे क्वालिटी के ग्रिप वाले ट्रैकिंग शूज लेने चाहिए और लगभग 3 से 4 जोड़ी मोज़े, जो आपको ट्रैकिंग करने में सहायता करेंगे।

अन्य सामान

अन्य सामान में आपको एक अच्छा बैगपैक लेना चाहिए जो लगभग 70 से 75 लीटर का होना चाहिए। इसके अलावा एक ट्रैकिंग स्टिक, सनग्लास, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चार्ज के लिए पावर बैंक और एक पानी की बोतल साथ रखनी चाहिए।

किन्नौर कैलाश कि यात्रा कितने दिन की होगी?

किन्नौर कैलाश की यात्रा पूरी करने में आपको कम-से-कम 5 से 6 दिन लगेंगे। इसमें ब्लॉग में हम पब्लिक ट्रांसपोर्ट द्वारा (बस) यात्रा में लगने वाले दिन की बात करेंगे। तो यदि आप अपनी यात्रा दिल्ली से शुरू करते हैं तो दिल्ली के कश्मीरी गेट बस स्टैंड से आपको रिकांगपिओ के लिए बस मिल जाएगी। यह बस आपको रात में 8 बजे तक मिल जाएगी। जिसकी सहायता से आप तंगलिंग विलेज तक पहुंच सकते हैं। दिल्ली से तंगलिंग की यात्रा करने में आपको कम से कम 20 से 21 घंटे लगेंगे।

तंगलिंग गांव से यात्रा टोकन लेने के बाद आप गणेश पार्क तक की यात्रा करेंगे। तंगलिंग गांव से गणेश पार्क की दूरी 7 किलोमीटर है, लेकिन यह 7 किलोमीटर का ट्रेक काफी कठिन है इसलिए इस दूरी को पूरा करने में आपको 6 से 7 घंटे लगेंगे। आज की रात आप गणेश पार्क में ही रुकेंगे और फिर अगले दिन आप गणेश पार्क से किन्नौर कैलाश की यात्रा शुरू कर सकते हैं। आप किन्नौर कैलाश के दर्शन करने के बाद वापस में गणेश गुफा या गणेश पार्क में रुक सकते हैं और फिर अगले दिन वापस तंगलिंग गांव आ सकते हैं।

यदि आप तंगलिंग गांव तक जल्दी वापस आ जाते हैं तो आप रिकांगपिओ के लिए जा सकते हैं जहाँ से आपको दिल्ली या चंडीगढ़ के लिए बस मिल जाएँगी और यदि आप लेट हो जाते हैं तो आप तंगलिंग में रुक सकते हैं। तो इस तरह से आप किन्नौर कैलाश की यात्रा पूरी कर सकते हैं।

किन्नौर कैलाश कैसे पहुंचे?

किन्नौर कैलाश हिमाचल के किन्नौर जिले में स्थित भगवान शिव का एक पवित्र स्थान है। इस यात्रा को करने के लिए आपको हिमाचल के तंगलिंग गांव आना होगा। जो रिकांगपिओ से 12 किलोमीटर पहले पड़ता है। तो आईये जानते हैं की आप यहाँ तक कैसे पहुंच सकते हैं…

सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?

किन्नौर कैलाश की यात्रा करने के लिए आपको सबसे पहले तंगलिंग गांव पहुंचना होगा। तंगलिंग के लिए बस आपको दिल्ली और चंडीगढ़ से सीधे मिल जाएँगी। इसके साथ ही आपको शिमला से भी नियमित तौर पर यहाँ के लिए बस मिल जाएँगी। दिल्ली और चंडीगढ़ से आपको रिकांगपिओ जाने वाली बस पर चढ़ना होगा जो आपको तंगलिंग गांव जाने वाले रास्ते पर छोड़ देगी। उसके बाद आप 15 से 20 मिनट के रास्ते को चलकर तंगलिंग गांव तक पहुंच जायेंगे।

रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?

किन्नौर में कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है। किन्नौर के सबसे निकट रेलवे स्टेशन शिमला है। तो आप शिमला तक ट्रेन द्वारा आ सकते हैं।

हवाईमार्ग द्वार कैसे पहुंचे?

किन्नौर में कोई एयरपोर्ट भी नहीं है। किन्नौर के सबसे निकट एयरपोर्ट शिमला एयरपोर्ट है।

किन्नौर कैलाश यात्रा का बजट

किन्नौर कैलाश यात्रा में आपको 10000 से 15000 रुपये की आवश्यकता होगी। जिसमे आपको दिल्ली से तंगलिंग तक किराया 3000 रुपये आने जाने का और तंगलिंग में दो रात रुकने का किराया 2000 रुपये और एक रात गणेश पार्क में रुकने का किराया 1500 रुपये और खाने में 2000 रुपये और थोड़ा बहुत ऊपरी खर्चा होता है तो कुल मिलाकर आप 10 से 15 हजार में इस यात्रा को पूरा कर सकते हैं।


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