हर साल होने वाली भगवान शिव की अमरनाथ यात्रा बहुत ही पवित्र और सुखदायिनी होती है। यह यात्रा हर साल आषाढ़ पूर्णिमा को शुरू होती है और सावन के पूरे महीने में होते हुए रक्षा बंधन के दिन समाप्त होती है। अमरनाथ की यात्रा भगवान शिव की सभी यात्राओं में से प्रमुख मानी जाती है, क्यूंकि अमरनाथ में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरतत्व का रहस्य बताया था। इस साल 2024 में अमरनाथ यात्रा की तिथि का ऐलान श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा कर दिया गया है।
इस ब्लॉग में हम आपसे अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन से सम्बंधित सभी जानकारियों को साझा करेंगे। आप किस प्रकार से यात्रा का रजिस्ट्रेशन (Amarnath Yatra Registration 2024) कर सकते हैं, यात्रा के लिए स्वस्थ प्रमाण पत्र कैसे बनवाये? आदि यात्रा के रजिस्ट्रेशन से सम्बंधित सभी तरह की महत्वपूर्ण बातों को हम आपसे साझा करेंगे। तो आईये जानते हैं अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन बारे में…
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शार्ट जानकारी
जगह | अमरनाथ यात्रा |
पता | पहलगाम अनंतनाग जिला जम्मू & कश्मीर |
यात्रा शुरुआती बिंदु | जम्मू |
यात्रा शुरुआत और समाप्त तिथि | 29 जून 2024 से 19 अगस्त 2024 तक (52 दिन) |
रजिस्ट्रेशन शुरआत तिथि | 15 अप्रैल 2024 से |
यात्रा रूट | यात्रा के दो रूट हैं। 1. बालटाल (14 किलोमीटर) से और 2. पहलगाम (32 किलोमीटर) से |
निकट एयरपोर्ट | श्रीनगर एयरपोर्ट |
निकट रेलवे स्टेशन | जम्मू तवी & श्री नगर रेलवे स्टेशन |
अमरनाथ गुफा कहाँ है?
अमरनाथ गुफा भारत के जम्मू & कश्मीर राज्य में अमरावती नदी के पास में स्थित है। अमरनाथ यात्रा का बेस कैंप जम्मू है। जम्मू से अमरनाथ जाने के दो रास्ते हैं जिनमे से एक रास्ता बालटाल से होते हुए गुफा तक जाता है और दूसरा रास्ता पहलगाम से है।
जम्मू से बालटाल की दूरी 355 किलोमीटर है जिसे आप बस या शेयरिंग टैक्सी द्वारा पूरा कर सकते हैं और बालटाल से अमरनाथ गुफा की दूरी 14 किलोमीटर है जिसे आपका पैदल ही पूरा करना होगा। दूसरा रास्ता पहलगाम से है। जम्मू से पहलगाम की दूरी 233 किलोमीटर है जिसे आप बस या शेयरिंग टैक्सी द्वारा पूरा कर सकते हैं। पहलगाम से अमरनाथ गुफा 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह 32 किलोमीटर की दूरी पैदल, पालकी, या घोड़ो खच्चरों द्वारा पूरी करनी होती है।
अमरनाथ यात्रा का विवरण
इस साल 2024 में अमरनाथ यात्रा की शुरआत 29 जून से हो जाएगी। यह यात्रा इस साल 52 दिन तक चलेगी और 19 अगस्त 2024 को रक्षाबंधन के दिन इस यात्रा को समाप्त कर दिया जायेगा। हर साल होने वाली इस यात्रा में लाखो की संख्या में लोग बाबा बर्फानी के दर्शन करते हैं। अमरनाथ यात्रा का शुरुआती बिंदु जम्मू है। जम्मू से ही इस यात्रा की शुरुआत होती है। जम्मू से अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के दो रास्ते हैं एक बालटाल से होते हुए जाता और दूसरा पहलगाम से होकर जाता है।
बालटाल से अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए 14 किलोमीटर का ट्रेक करना होता है और पहलगाम से 32 किलोमीटर का पैदल ट्रेक करना होता है। अमरनाथ को तीर्थो का तीर्थ कहा जाता है क्यूंकि अमरनाथ में ही भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरतत्व की कहानी बताई थी।
अमरनाथ पहुंचने तक की यात्रा के दौरान भगवान शिव ने अनंत नागो को अनंतनाग में छोड़ा, चन्द्रमा को चंदनबाड़ी में छोड़ा और गले के शेषनाग को शेषनाग नाम की जगह पर छोड़ा था। ये सभी जगह अमरनाथ की पैदल यात्रा के दौरान पड़ती हैं, जो पहलगाम वाले पैदल मार्ग पर पड़ती हैं इसलिए अधिकतर श्रद्धालु पहलगाम वाले रूट से ही पवित्र गुफा तक की यात्रा करते हैं।
अमरनाथ की यात्रा 29 जून से शुरू हो जाएगी और इस यात्रा को करने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन शुरू हो गए हैं। तो आप इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रशन कैसे करा सकते हैं तो अब हम उसके बारे में जान लेते हैं।
अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन 2024
अमरनाथ यात्रा के शुरू होने की तारीख का ऐलान श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा कर दिया गया है। यह यात्रा 29 जून से शुरू होगी और 19 अगस्त 2024 तक चलेगी। इस यात्रा में भाग लेने के लिए और बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना होता है, जो की 15 अप्रैल से शुरू कर दिए गए हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से करा सकते हैं। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन जम्मू के तवी रेलवे स्टेशन के बाहर वैष्णवी धाम में और भगवती नगर में होते हैं।
यदि आप जम्मू पहुंचकर सीधे आप ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करते हैं तो आपको बहुत अधिक भीड़ का सामना करना पड़ेगा इसलिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बड़िया रहता है। तो आईये अब जानते हैं की आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कौन-कौन सी चीजों के आवश्यकता होगी और आप कैसे अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं…
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
हम सबसे पहले बात करते हैं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की क्यूंकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना सबसे अच्छा और सुविधाजनक रहता है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना वैसे तो बहुत अधिक सरल है जिसे आप श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की ऑफिसियल वेबसाइट (https://jksasb.nic.in) पर और अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की मोबाइल एप्लीकेशन पर जाकर कर सकते हैं।
यदि आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में असमर्थ हैं तो आप हमसे हमारे व्हाट्सअप ग्रुप की माध्यम से या फिर कमेंट के माध्यम से या फिर आप हमारे aboutinhindi इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। जिससे हम आपकी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में सहायता कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन में उपयोग होने वाले डॉक्यूमेंट (Document)
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
- CHC (Complusory Health Certificate) हेल्थ सर्टिफिकेट अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा चयनित हॉस्पिटल से
- एक वैध/सही मोबाइल नंबर
- एक वैध/सही ईमेल आईडी
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के चार स्टेप हैं…
- Step-1 आप श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाए। उसके होम पेज पर सभी गाइड लाइन्स को ध्यान से पढ़े और उसे एग्री करके रजिस्टर पर क्लिक करे।
- Step-2 फॉर्म को पूरा ध्यान से भरे उसमे अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर डाले और हेल्थ सर्टिफिकेट CHC (Complusory Health Certificate) को स्कैन करके अपलोड करके फॉर्म अपलोड करे।
- Step-3 अपलोड करने के बाद आपके पास OPT आएगा जिससे आपका वेरिफिकेशन होगा। उसके बाद आपके पास फीस जमा करने के लिए एक लिंक आएगा जिसपर आपको 24 घंटे के अंदर फीस जमा करनी होगी।
- Step-4 फीस जमा करने के बाद आप अपना यात्रा परमिट डाउनलोड कर सकते हैं।
CHC (Compulsory Health Certificate) कैसे बनवाये
अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन में सबसे महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट हेल्थ सर्टिफिकेट है। उसके बिना आपका यात्रा के लिए परमिट नहीं बनेगा। हेल्थ सर्टिफिकेट आप अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा चयनित हॉस्पिटल से ही बनवा सकते हैं। सबसे पहले आप अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर अपने राज्य के चयनित हॉस्पिटल की लिस्ट में अपने जिले के हॉस्पिटल को देख ले। हमने नीचे हेल्थ सर्टिफिकेट की pdf दी है जिसे डाउनलोड करके आप अपने जिले के चयनित हॉस्पिटल में जा सकते हैं और फिर वहां से अपना हेल्थ सर्टिफिकेट को बनवा सकते हैं।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की विस्तार में जानकारी
रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा या फिर आप अमरनाथजी श्राइन बोर्ड का मोबाइल एप्लीकेशन भी डाउनलोड कर सकते हैं। वेबसाइट या मोबाइल एप्लीकेशन में आपको एक रजिस्टर का ऑप्शन मिलेगा उसपर क्लिक करने से पहले आप सभी तरह की गाइड लाइन्स को पढ़ ले और उसके बाद i agree पर क्लिक करने के बाद रजिस्टर पर क्लिक करे।
रजिस्टर पर क्लिक करने के बाद आपके स्क्रीन पर एक फॉर्म खुल जायेगा जिसमे आपको यात्रा और अपनी जानकारी को लिखना होगा। सबसे पहले फॉर्म में यात्रा से सम्बंधित जानकारी को फील करे जिसमे आपको अपना रूट लिखना होगा। जैसे की हम ऊपर बता चुके हैं की अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के दो रास्ते हैं जिसमे एक बालटाल से और दूसरा पहलगाम से है, इन्ही दोनों रूट में से आपको अपने रूट का चयन करना होगा। रूट चयन के बाद आप अपनी यात्रा की तिथि को भरे की आप किस दिन इस यात्रा को करना चाहते हो।
यात्रा डिटेल भरने के बाद आपको अपनी जानकारी भी भरनी होगी। जो की सिम्पल (simple) ही है जिसे आप आसानी से भर दोगे। अपनी जानकारी भरने के बाद आपको अपनी मेडिकल डिटेल भरनी होगी। मेडिकल डिटेल में आपको अपना राज्य, लोकेशन (जिला), हॉस्पिटल (जो श्राइन बोर्ड द्वारा ही चयनित होते हैं), अथॉरिटी नाम/ डॉक्टर नाम फील करना होगा।
सभी डिटेल भरने के बाद आपको अपना एक फोटो (1 MB से कम) मेडिकल सर्टिफिकेट (जिसे आपको श्राइन बोर्ड द्वारा चयनित हॉस्पिटल से बनबना होगा) और उसके बाद सर्टिफिकेट किस दिनांक जारी किया गया उस दिनांक को भरना होगा और फॉर्म को एक बार पूरा जांचने के बाद जमा करना होगा।
फॉर्म जमा होने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा जिसके द्वारा आपके फॉर्म का वेरिफिकेशन होगा। वेरिफिकेशन होने के बाद एक अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के तरफ से एक पेमेंट लिंक आएगा जिसपर आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म की फीस जमा करनी होगी। जो 150/- रुपये प्रति व्यक्ति होती है। यह फीस आपको लिंक पर 24 घंटे के अंदर भरनी होगी क्यूंकि 24 घंटे के बाद पेमेंट लिंक समाप्त हो जाती है।
फीस जमा करने के बाद आप अपना यात्रा परमिट डाउनलोड कर सकते हैं। जिसे आप यात्रा के दौरान PDF फाइल और फोटो कॉपी करा के साथ रखे। इस तरह से आपका अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रशन हो जायेगा। यदि आपको रजिस्ट्रशन करने में किसी भी तरह की कोई भी दिक्कत हो तो आप हमसे ब्लॉग के माध्यम से या फिर हमारे इंस्टाग्राम के माध्यम से सम्पर्क कर सकते हैं हम आपकी रजिस्ट्रेशन करने में सहायता करेंगे।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी होता है जो जम्मू के तवी रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित वैष्णवी धाम में होता है और वैष्णवी धाम से 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित भगवती नगर में भी होता है। आप सीधे जम्मू पहुंच कर यहाँ पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इन्ही जगहों पर हेल्थ सर्टिफिकेट की सुविधा भी होती है। जिससे आपको ज्यादा भाग दौड़ नहीं करनी पड़ती है, लेकिन यहाँ पर आपको बहुत अधिक भीड़ का सामना करना पड़ सकता है जिसमे आपको बहुत समय लगेगा और काफी दिक्कत भी हो सकती है।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद और परमिट मिलने के बाद आप eKYC करा सकते हैं और यात्रा कार्ड (RFID Card) ले सकते हैं। RFID Card मिलने के बाद ही आप अपनी यात्रा की तिथि के अनुसार अमरनाथ यात्रा को शुरू कर सकते हैं।
यात्रा के लिए RFID Card कैसे ले
अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद यात्रा को शुरू करने से पहले आपको एक RFID Card लेना होता है। जो आपको आपकी यात्रा तिथि से एक दो दिन पहले से ही जम्मू के वैष्णवी धाम और भगवती नगर में मिल जायेगा। इन दोनों जगहों पर बहुत संख्या में श्रद्धालु होते हैं जिस कारण से बहुत भीड़ होती है और काफी दिक्कत होती है, इसलिए इस कार्ड को बालटाल और पहलगाम से भी प्राप्त कर सकते हैं।
इस कार्ड के लिए आपको वहां बने काउंटर पर अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म, आधार कार्ड दिखाना होता है। उसके बाद वहां आपकी यात्रा eKYC होती है और उसके बाद आपको RFID Card दे दिया जाता है। इस कार्ड को दिखाने के बाद ही दोमेल और चंदनवाड़ी कंट्रोल गेट से आपको आगे की यात्रा करने के लिए परमिशन दी जाती है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें
- यह यात्रा सिर्फ 13 साल से 70 साल उम्र तक के लोग ही कर सकते हैं और उन्ही लोगो का रजिस्ट्रेशन होता है।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने से पहले आप अपने जिले के चयनित हॉस्पिटल से हेल्थ सर्टिफिकेट बनवाले क्यूंकि बिना हेल्थ सर्टिफिकेट के रजिस्ट्रेशन नहीं होगा।
- रजिस्ट्रेशन करते समय अपना रूट को ध्यान से चुने क्यूंकि बालटाल से इस यात्रा को करने के लिए 14 किलोमीटर का ट्रेक करना होता है और पहलगाम से यात्रा करते समय 32 किलोमीटर (एक तरफ से) का ट्रेक करना होता है।
- यात्रा रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद रजिस्ट्रेशन फीस 24 घंटे के अंदर ही कर दे। यदि पेमेंट करने में किसी तरह की कोई दिक्कत हो तो कुछ समय रुके या फिर आप श्राइन बोर्ड से सम्पर्क करे।
- रजिस्ट्रेशन करते समय अपना फोटो और हेल्थ सर्टिफिकेट को सही तरह से स्कैन करने के बाद ही उपलोड करे और ये दोनों डॉक्यूमेंट का साइज 1 MB से कम होना चाहिए।