भारत में स्थित मेघालय राज्य की सुंदरता और यहाँ के मौसम दोनों ही कुछ इस प्रकार हैं की उनका वर्णन शब्दों में करना मुश्किल है। यह भारत का पूर्वोत्तर राज्य है जिसे खुद प्रकृति द्वारा सजाया जाता है। यहाँ का मौसम, पहाड़, झरने, खूबसूरत वादियां हर चीज इतनी सुन्दर है की बस आप अगर यहाँ एक बार आ गए तो आपका मन वापस जाने के लिए नहीं करेगा। मेघालय में वैसे बहुत से ऐसे गांव और शहर हैं जो बेहद खूबसूरत हैं। मगर हम आज इस ब्लॉग मेघालय के एक ऐसे गांव या बस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके नाम कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं।
हम बात कर रहे हैं “मौसिनराम मेघालय” (Mawsynram Meghalaya) की। यह मेघालय की “खासी हिल्स” में स्थित एक बस्ती है, जिसके नाम कई वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं। मौसिनराम मेघालय का वह शहर है जहाँ दुनिया की सबसे अधिक बारिश होती है। यहाँ होने वाली बारिश ने मौसिनराम के नाम कई वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किये हैं। यदि आप एक प्राकृतिक प्रेमी और एक दम से शांत जगह की तलाश में हैं तो मेघालय का मौसिनराम एक परफेक्ट जगह है। तो आईये जानते हैं मौसिनराम से सम्बंधित सभी जानकारियों को…
विषय सूची
शार्ट जानकारी (Short Information)
जगह (Place) | मौसिनराम मेघालय (Mawsynram Meghalaya) |
पता (Address) | शिल्लोंग से 60 किलोमीटर दूर, मेघालय (60 Km from Shillong, Meghalaya) |
प्रसिद्ध (Famous) | प्राकृतिक गुफा, मौसम और सुन्दर झरने (Natural caves, weather & beautiful waterfalls) |
निकट एयरपोर्ट (Nearest Airport) | शिल्लोंग एयरपोर्ट (85 किलोमीटर) (Shillong airport, 85 Km) |
निकट रेलवे स्टेशन (Nearest Railway Station) | गुवाहाटी रेलवे स्टेशन (150 किलोमीटर) (Guwahati Railway station, 150 Km) |
मौसिनराम कहाँ है? (Where is Mawsynram?)
मौसिनराम मेघालय के खासी हिल्स में 4600 फिट की ऊंचाई पर स्थित एक बस्ती है। यह मेघालय की राजधानी शिल्लोंग से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। शिल्लोंग से मौसिनराम तक पहुंचने में आपको कम से कम 3 घंटे लग सकते हैं। यह एक ऐसी बस्ती है जहाँ आपको शांत वातावरण और देखने और महसूस करने के लिए बहुत कुछ मिलता है। यह मेघालय के प्रमुख शहर शिल्लोंग से 60 किलोमीटर, चेरापूंजी से 80 किलोमीटर और देवकी से 108 किलोमीटर दूर स्थित है।
मौसिनराम प्रसिद्ध क्यों है? (Why is Mawsynram famous?)
मौसिनराम प्रसिद्ध है क्यूंकि यह भारत और दुनिया का सबसे अधिक बर्षा वाला क्षेत्र है। यहाँ साल में लगभग औसतन 1187 cm बारिश होती है। मौसिनराम अपनी खूबसूरत खासी हिल्स, प्राकृतिक सुंदरता और बदलो से घिरे होने के कारण और भी ज्यादा प्रसिद्ध है।
यहाँ आपको प्राकृतिक गुफा और झरने देखने को मिलते हैं जो इस जगह की खूबसूरती में चार चाँद लगा देते हैं। यह एक ऐसी जगह है जहाँ अधिकतर समय आपको बारिश का सामना करना पड़ेगा। तो यदि आपको बारिश पसंद है तो मौसिनराम आपके लिए है।
मौसिनराम की भाषा और लोग (Language and people of Mawsynram)
मौसिनराम मेघालय की खासी हिल्स में स्थित दुनिया का सबसे अधिक बर्षा वाला क्षेत्र है। यहाँ अधिकतर रहने वाले लोग खासी कम्युनिटी के हैं। यहाँ के लोग अधिकतर खासी ही बोलते हैं। यहाँ बहुत ही कम लोगो को हिंदी और इंग्लिश भाषा बोलनी आती है। आप जब यहाँ आएंगे तो आप यहाँ के लोगो से बात कर सकते हैं और उन्हें और उनके कल्चर के बारे में थोड़ा बहुत जान सकते हैं। यहाँ के कल्चर में भारत के बाकि राज्यों के कल्चर से काफी विवधता है। यहाँ के लोग जितने शांत हैं उतने ही सुन्दर भी हैं।
मौसिनराम खासी हिल्स (Mawsynram Khasi Hills)
खासी हिल्स मेघालय का एक अटूट हिस्सा है। इसकी पहाड़ी में वसा हुआ मौसिनराम किसी स्वर्ग तरह दिखाई पड़ता है। खासी पर्वतमाला की सबसे ऊँची चोटी लूम शिलांग हैं, जो 1968 मीटर ऊँची है।
खासी हिल्स में अधिकतर रहने वाले लोग खासी जनजाति के हैं। यह इतनी खूबसूरत है की इसके चारो और घूमते हुए बदल जब पहाड़ो से टकराते हैं तो अकल्पनीय दृश्य दिखाई पड़ते हैं। यहाँ के लोग कई समुदाय के लोग हैं, जो खासकर क्रिस्चियन है और इसी वजह से यहाँ पर बहुत से खूबसूरत चर्च बने हुए हैं।
मौसिनराम में इतनी बारिश क्यों होती है? (Why does it rain so much in Mawsynram?)
मौसिनराम बंगाल की खाड़ी के पास स्थित है। बंगाल की खाड़ी से निकलने वाली नम हवाएं जब खासी हिल्स के पहाड़ो से टकराती हैं तो संघन हो जाती हैं और नीचे की और धकेल दी जाती हैं, जिसके परिणाम स्वरुप मौसिनराम में जब एक बार बारिश शुरू होती है तो रुकने का नाम नहीं लेती है। यहाँ होने वाली बारिश की वजह से मौसिनराम के नाम बहुत से रिकॉर्ड दर्ज किये गए हैं। अतः मौसिनराम दुनिया का सबसे अधिक बर्ष वाला क्षेत्र है।
मौसिनराम में होटल्स (Hotels in Mawsynram)
मौसिनराम को एक आप एक बस्ती या गांव मान सकते हैं। यहाँ आपको ज्यादा बड़े होटल्स नहीं मिलेंगे। यदि आप यहाँ आते हो और एक दो दिन रुकना चाहते हो तो आप यहाँ के लोगो के घरो में बने गेस्ट हाउस में रुक सकते हैं। यहाँ आपको लकड़ी के बने घर और गेस्ट हाउस देखने को मिल जायेंगे।
आप जब यहाँ आये तो कोशिश करे की आप यहाँ किसी लोकल के घर पर रह सके जिससे आप यहाँ के लोगो और उनके रहने के तरीको को जान सके। आप मौसिनराम में ऑनलाइन पैकेज बुक करके भी आ सकते हैं। ऑनलाइन पैकेज वैसे ठीक रहता है लेकिन इसमें आप कुछ नियमित जगह ही देख सकते हैं।
मौसिनराम मवजीमबुईन गुफा (Mawsynram Mawjybuin caves)
मौसिनराम आने वाले पर्यटकों और यात्रियों के बीच यहाँ की प्राकृतिक गुफाओ का अत्यधिक आकर्षण रहता है। यहाँ आने वाले अधिकतर लोग सिर्फ इन गुफाओ और गुफा में बनी शिवलिंग को देखने ही आते हैं। गुफा में एक शिवलिंग के आकर का पत्थर है जिसे एक बच्चे का रूप माना जाता है और शिवलिंग के ऊपर पहाड़ से निरंतर पानी से जल अभिषेक होता रहता है।
ऐसा माना जाता है की यहाँ पहले पत्थर से दूध निकलता था और उसी से शिवलिंग का अभिषेक होता था लेकिन अब इससे निरंतर पानी बहता रहता है। सावन के महीने में बहुत से श्रद्धालु शिल्लोंग और उसके आस पास के क्षेत्र के लोग यहाँ जल अभिषेक करने आते हैं। इस गुफा का एंट्री शुल्क 20 रुपये प्रति व्यक्ति होता है, और गाड़ी पार्किंग का शुल्क भी 20 रुपये है। तो आप अपनी मेघालय की ट्रिप में इस जगह को जरूर जोड़े और यहाँ जरूर जाए।
मौसिनराम आने का सबसे अच्छा समय
मौसिनराम मेघालय का एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ साल भर बारिश का मौसम ही रहता है। यहाँ बारिश के सीजन में तो बारिश होती ही है लेकिन जब मानसून नहीं होता है तब भी बारिश देखने को मिलती है। यदि आप मौसिनराम घूमना चाहते हैं तो यहाँ आप मार्च से जून के बीच में आये इस समय में आपको यहाँ पर काफी हद तक मौसम साफ़ मिलेगा।
इस समय में आप मेघालय के वाह खेन गांव में स्थित बम्बू ट्रेक को भी कर सकते हैं, जो इस समय में करने के लिए एक परफेक्ट ट्रेक है। जून के बाद से यहाँ बारिश होने के चांस बढ़ जाते हैं तो आप उसके बाद नवंबर में यहाँ पर घूमने आ सकते हैं। इस समय में आपको यहाँ पर ठण्ड और बारिश दोनों चीजों का सामना करना होता है। लेकिन इस समय में यहाँ घूमना एक अच्छा विकल्प होता है।
मौसिनराम कैसे पहुंचे? (How to reach Mawsynram?)
आप जब भी मेघालय घूमने आये तो उसमे मौसिनराम को अपनी ट्रिप में जरूर रखे। यहाँ पहुंचने का सबसे अच्छा साधन सड़कमार्ग द्वारा है। आप मौसिनराम तक सिर्फ सड़कमार्ग द्वारा ही पहुंच सकते हैं। यदि आप ट्रेन या फ्लाइट द्वारा यहाँ आना चाहते हैं तो आप सिर्फ आधी दूरी ही इनके द्वारा पूरी कर सकते हैं बाकि की दूरी आपको सड़कमार्ग द्वारा बस या टैक्सी द्वारा करनी होगी। तो आईये जानते हैं की आप कैसे इस जगह तक पहुंच सकते हैं…
हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे? (How to reach by air?)
मेघालय आने का सबसे आसान तरीका फ्लाइट द्वारा है, लेकिन यह काफी महँगा भी रहता है। वैसे मौसिनराम में कोई भी एयरपोर्ट नहीं है जिस कारण आप सीधे मौसिनराम तक फ्लाइट द्वारा नहीं आ सकते हैं। मौसिनराम के सबसे निकट एयरपोर्ट शिल्लोंग एयरपोर्ट है, जो मौसिनराम से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है। शिल्लोंग से आप बस द्वारा मौसिनराम आसानी से पहुंच सकते हैं। यदि आपकी शिल्लोंग से बस नहीं मिलती है तो आप प्राइवेट टैक्सी बुक करके मौसिनराम पहुंच सकते हैं।
रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे? (How to reach by rail?)
यदि आप मौसिनराम रेल द्वारा आना चाहते हैं तो यहाँ कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है। मौसिनराम के सबसे निकट रेलवे स्टेशन गुवाहाटी रेलवे स्टेशन है, जो यहाँ से लगभग 150 किलोमीटर दूर स्थित है। आपको गुवाहाटी से बाकि की दूरी सड़कमार्ग द्वारा पूरी करनी होगी। गुवाहाटी से आप सीधे मौसिनराम के लिए टैक्सी बुक कर सकते हैं। वैसे यहाँ से आपको शिल्लोंग के लिए बस भी मिलती हैं तो आप बस द्वारा शिल्लोंग पहुंच सकते हैं और वहां से मौसिनराम आप आराम से पहुंच सकते हैं।
सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे? (How to reach by road?)
मेघालय जाने का सबसे अच्छा तरीका सड़कमार्ग द्वारा है। सड़कमार्ग द्वारा आप पूरे मेघालय में आसानी से घूम सकते हैं। मौसिनराम पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले अपने शहर से बस या टैक्सी द्वारा शिल्लोंग पहुंचना होगा। शिल्लोंग के लिए बस असम के गुवाहाटी शहर से आसानी से मिल जाती हैं।
आपको यहाँ के लिए बसे दिल्ली से भी मिल जाएँगी। तो आप दिल्ली से भी यहाँ के लिए बस ले सकते हैं। शिल्लोंग पहुंच कर आप पुलिस बाजार से टैक्सी बुक करके आसानी से मौसिनराम पहुंच सकते हैं। मौसिनराम में या मेघालय में घूमने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है की आप अपने वाहन से यहाँ आये।