Best places to visit in Kasol | कसोल में घूमने के 5 सर्वोच्य स्थान

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भारत का हिमाचल प्रदेश राज्य घूमने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद रहता है। यहाँ घूमने और छुट्टियां बिताने के लिए बहुत से सर्वोच्य स्थान हैं। परिवार के साथ आने वाले पर्यटक अधिकतर कुल्लू, मनाली, रोहतांग पास आदि जगहों पर घूमने के लिए जाते हैं। जहाँ पहाड़ो पर पड़ी बर्फ और उनपर होने वाली मनोरंजक गतिविधियां लोगो बहुत अधिक पसंद आती हैं। हिमाचल के कुछ स्थान ठंडो में लोगो को बहुत अधिक आकर्षित करते हैं और कुछ स्थान गर्मियों में आकर्षित करते हैं।

हिमाचल का गर्मियों में सबसे अधिक पसंद किये जाने वाला स्थान कसोल है। कसोल एडवेंचर एक्टिविटी के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है इसलिए साहसिक क्रिया और घूमने के लिए लोग कसोल को पसंद करते हैं। इस ब्लॉग में हम कसोल में घूमने के सर्वोच्य स्थानों के बारे में जानेंगे। आप जब भी कसोल में घूमने का प्लान करे तो आप किन-किन जगहों को अपनी यात्रा के दौरान शामिल कर सकते हैं उन सभी जगहों के बारे में हम जानेंगे। तो आईये जानते हैं कसोल में घूमने के सर्वोच्य स्थान (Best places to visit in Kasol)…

कसोल कहाँ है?

कसोल हिमाचल प्रदेश की पार्वती घाटी में स्थित है। यह हिमाचल के मुख्य शहर कुल्लू से 43 किलोमीटर, मनाली से 75 किलोमीटर, शिमला से 214 किलोमीटर और धर्मशाला से 213 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कसोल इजराइल पर्यटकों की पहली पसंद रहती है इसलिए इसे मिनी इजराइल के नाम से भी जाना जाता है।

कसोल में घूमने के कुछ बेस्ट स्थान

हिमाचल का यह छोटा सा शहर अपनी खूबसूरती, ट्रेक्स और एडवेंचर एक्टिविटी के लिए एक अलग पहचान रखता है। जिन पर्यटकों को ट्रेकिंग करना, राफ्टिंग करना, रिवर क्रासिंग आदि एक्टिविटी करना पसंद होती हैं उन्हें गर्मियों में सबसे अधिक कसोल पसंद आता है। यदि आप भी इन्ही एक्टिविटीज को करना और कसोल के आस पास की खूबसूरत जगहों के बारे में जानना चाहते हैं तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े। तो आईये जानते हैं कसोल और इसके आसपास की खूबसूरत जगहों के बारे में…

मणिकरण साहिब

कसोल के पास स्थित मणिकरण साहिब गुरुद्वारा यहाँ आने वाले हिन्दू और सिक्खो को अपनी ओर सबसे अधिक आकर्षित करता है। यहाँ स्थित गर्म पानी के झरने, पास में बहती हुए पार्वती नदी और प्रकृति के दिलचस्प नज़ारे को पेश करती हुयी पार्वती घाटी लोगो को बहुत अधिक पसंद आती है। मणिकरण साहिब कसोल से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक आप गाड़ी द्वारा या पैदल ट्रेक करके पहुंच सकते हैं।

मणिकरण साहिब के बारे में बताया जाता है की श्री गुरुनानक देव साहिब ने इसी जगह पर ध्यान किया था जिस वजह से यह स्थान सिक्खो के लिए बहुत अधिक आस्था का केंद्र है और यहाँ बने बहुत से मंदिरो के वजह से यह स्थान हिन्दुओ के लिए भी बहुत अधिक आस्था का केंद्र रहता है। मणिकरण में लोगो को सबसे अधिक आकर्षित गर्म पानी के झरने करते हैं। इन झरनो का तापमान 94 डिग्री सेल्सियस तक होता है।

तोश गांव

कसोल से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तोश गांव रुकने और पार्टी करने के लिए एक परफेक्ट जगह है। यह हिमाचल का बेहद खूबसूरत गांव है जिसे हिमाचल का मिनी कश्मीर भी कहा जाता है क्यूंकि यहाँ आपको हर मौसम में बर्फ से ढके पहाड़ और सुन्दर प्राकृतिक झरने देखने को मिलते हैं। यदि आप कसोल अप्रैल से अक्टूबर के बीच में आ रहे हैं तो तोश गांव में घूमने के लिए जरूर जाए। तोश आने का सर्वोच्य समय अप्रैल से अक्टूबर के बीच का ही है।

इस सुन्दर से गांव में एक बहुत ही प्राचीन मंदिर बना हुआ है। जो महर्षि जमदिग्न को समर्पित है। यह मंदिर चारो ओर से बर्फ से ढके पहाड़ो से घिरा हुआ है। जो बहुत ही सुन्दर और दिलचस्प दिखाई देता है। आप जब इस गांव में विजिट करे तो इस मंदिर में भी जरूर घूमकर आये। यदि आपको ट्रैकिंग करना पसंद है तो तोश गांव आपके लिए है क्यूंकि यहाँ से खीरगंगा का ट्रेक और कसोल का ट्रेक किया जाता है जो ट्रेकर्स को काफी पसंद आता है।

ग्रहन गांव

ट्रेकिंग को पसंद करने वाले लोगो के लिए कसोल के पास स्थित ग्रहन गांव किसी स्वर्ग की तरह है क्यूंकि इस गांव तक आप सिर्फ 8 किलोमीटर का ट्रेक करके पहुंच सकते हैं। यह कसोल से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कसोल से शुरू होने वाला यह ट्रेक बेहद ही खूबसूरत और हिमालयी पहाड़ो के सुन्दर नज़ारे पेश करता है। कसोल से ग्रहन गांव तक पहुंचने के दो रास्ते हैं जिनमे से एक छोटा रास्ता है जो काफी कठिन है और दूसरा बड़ा रास्ता है जो की 8 किलोमीटर का है।

अधिकतर पर्यटक और ट्रेकर्स इसी 8 किलोमीटर वाले रास्ते से ग्रहन गांव तक जाना पसंद करते हैं। यह चारो ओर से पहाड़ो से घिरा हुआ है जिस कारण से यहाँ अधिक बर्फवारी होती है और ठंडो के समय में इस गांव तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। यदि आप कसोल अप्रैल से अक्टूबर के बीच में घूमने आये हैं तो ग्रहन गांव तक का ट्रेक करना अच्छा रहता है। इस समय में आप यहाँ के लोगो की जीवन शैली को देख सकते हैं और साथ में प्रकृति के खूबसूरत नज़ारो को भी देख सकते हैं।

खीरगंगा ट्रेक

यदि आप कसोल घूमने के लिए आ रहें हैं तो यहाँ बहुत से ट्रेक्स हैं जिन्हे आपको करना चाहिए। कसोल का सबसे प्रसिद्ध और खूबसूरत ट्रेक खीरगंगा ट्रेक है। खीरगंगा ट्रेक कसोल से 6 किलोमीटर दूरी स्थित बर्षेनी से शुरू होता है। यह ट्रेक 14 किलोमीटर का है जो कसोल के सुन्दर वादियों के खूबसूरत दृश्य पेश करता है। खीरगंगा ट्रेक के बारे में कहा जाता है की यदि आपने कसोल आने पर खीरगंगा ट्रेक नहीं किया तो कुछ नहीं किया।

यकीन माने यह ट्रेक है भी बहुत सुन्दर। इस ट्रेक को करने का सबसे अच्छा समय जुलाई से अक्टूबर के बीच का है। इस ट्रेक को करते समय यह आपको सुन्दर पेड़ पौधों और दूर हिमालयी रेंज के पहाड़ो की खूबसूरती को पेश करता है। यह कसोल में किये जाने वाला एक ऐसा ट्रेक है जिसे आप अकेले ही कर सकते है और आपको किसी भी तरह के गाइड की आवश्यकता नहीं होती है। ट्रेक के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप हमारे पिछले ब्लॉग को पढ़ सकते हैं।

चलल गांव

चलल गांव कसोल का एक और बेहद खूबसूरत गांव है। इस गांव तक पहुंचने के लिए भी आपको 1 से 2 किलोमीटर का सुन्दर ट्रेक करना होता है। यह ट्रेक बहुत आसान है जिसे आप आराम से पूरा कर लेंगे। चलल गांव में पुरानी संस्कृति और रीती रिवाजो की झलक देखने को मिलती है जो काफी सुन्दर होती है। यह पार्वती घाटी में 5000 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। यदि आप एक ट्रैकर हो और आप कसोल घूमने आये हो और कैंपिंग के लिए किसी खूबसूरत जगह की तलाश में हो तो चलल गांव एक परफेक्ट जगह है।

चलल गांव कसोल आने वाले लोगो के बीच इसलिए भी आकर्षण का केंद्र रहता है क्यूंकि यह एक सुन्दर जंगल, बर्फ से ढके पहाड़ो का बैकग्राउंड के साथ एक खूबसूरत दृश्य को पेश करता है। यह हम जैसे प्राकृतिक प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग की तरह है जो पहली बार में ही अपना बना लेती है।

तो ये कुछ कसोल और उसके पास के स्थान थे जिनके बारे में हमने थोड़ी जानकारी दी है। इन जगहों के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।


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