हिन्दू धर्म में उत्तराखंड में की जाने वाली चार धाम यात्रा का बहुत अधिक महत्व है। यह यात्रा साल में सिर्फ 6 महीने होती है बाकि 6 महीने बंद रहती है। यह यात्रा हर साल अप्रैल या मई से शुरू होकर नवंबर तक चलती है और फिर 6 महीनो के लिए बंद कर दी जाती है। 2024 में नवंबर के महीने में केदारनाथ मंदिर और बाकि चार धाम मंदिरो के कपाट बंद कर दिए गए थे, जिन्हे अब 2025 में खोलने का ऐलान कर दिया गया है।
26 फ़रवरी 2025 को शिवरात्रि के शुभ अवसर पर श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ समिति के द्वारा केदारनाथ मंदिर और बाकि चार धाम मंदिरो के कपाट खोलने का ऐलान कर दिया गया। इस ब्लॉग हम केदारनाथ मंदिर के साथ-साथ सभी चार धाम मंदिरो के कपाट खुलने और यात्रा से जुड़ी जानकारी को आपके साथ साझा करेंगे। इसके अलावा, केदारनाथ मंदिर कैसे पहुंच सकते हैं और केदारनाथ डोली यात्रा की जानकारी भी आपके साथ साझा करेंगे। तो आइये जानते हैं चार धाम और केदारनाथ मंदिर ओपनिंग डेट 2025 से सम्बंधित सभी जानकारियों को…
शार्ट जानकारी
जगह | केदारनाथ मंदिर |
पता | सोनप्रयाग गौरीकुंड से १८ किलोमीटर दूर रुद्रप्रयाग उत्तराखंड |
मंदिर ओपनिंग डेट | 2 मई 2025 |
डोली यात्रा शुरुआत | 28 अप्रैल 2025 |
डोली यात्रा स्थान | उखीमठ से केदारनाथ मंदिर तक (5 दिन) |
प्रसिद्ध | चार धाम मंदिर और पंच केदार मंदिर के रूप के लिए |
ट्रेक | 18 से 20 किलोमीटर |
निकट रेलवे स्टेशन | ऋषिकेश रेलवे स्टेशन |
निकट एयरपोर्ट | देहरादून एयरपोर्ट |
केदारनाथ मंदिर कहाँ है?
केदारनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के गढ़वाल क्षेत्र में हिमालये के गोद में 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों, उत्तराखंड के चार धाम मंदिरो और पंच केदार मंदिर में से एक माना जाता है। इस मंदिर के प्रति लोगो की बहुत गहरी आस्था है, जिस वजह से हर साल लाखो के संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
चार धाम मंदिर ओपनिंग डेट 2024
Temple | Opening Date |
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यमुनोत्री मंदिर | 30 अप्रैल 2025 |
गंगोत्री मंदिर | 30 अप्रैल 2025 |
केदारनाथ मंदिर | 2 मई 2025 |
बद्रीनाथ मंदिर | 4 मई 2025 |
केदारनाथ मंदिर ओपनिंग डेट 2025
हर साल की तरह ही 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट भाई दूज वाले दिन पूरे विधि विधान से बंद कर दिए गए थे। अब 2025 में 26 फरवरी को शिवरात्रि के दिन मंदिर के कपाट पुनः खुलने की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। 2025 में केदारनाथ मंदिर के कपाट 2 मई को पूरे विधि-विधान से खोले जायेंगे। मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया 28 अप्रैल को केदारनाथ डोली यात्रा से शुरू हो जाएगी और 2 मई सुबह 7 बजे मंदिर के कपाट को खोला जायेगा।
केदारनाथ मंदिर के साथ बाकि चार धाम मंदिरो के कपाट खुलने की तारीख का भी ऐलान कर दिया गया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई 2025 को, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 30 अप्रैल 2025 को पूरे विधि विधान से खोले जायेगे और आप सभी अगले 6 महीनो तक भगवान केदार और चार धाम मंदिरो की यात्रा कर सकते हैं।
केदारनाथ डोली यात्रा
जब दिवाली के बाद भाई दूज वाले दिन केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं तो केदारनाथ मंदिर से भगवान केदार की पंच मुखी मूर्ति को डोली में सजाकर उखीमठ के ओम्कारेश्वर मंदिर में लाया जाता है और उनकी स्थापना की जाती है। इसी प्रकार मंदिर के कपाट पुनः खुलने पर मंदिर के पंच मुखी मूर्ति को डोली में सजाकर वापस केदारनाथ मंदिर में लाया जाता है और वहां उनकी स्थापना की जाती है। यह यात्रा हर साल होती है, जिसे “भगवान केदार की डोली यात्रा“ के नाम से जाना जाता है।
अब जब 2025 में मंदिर के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान कर दिया गया है तो अब इस यात्रा को पुनः दोहराया जायेगा। अब पुनः भगवान शिव की पंच मुखी मूर्ति को उखीमठ से केदारनाथ मंदिर लाया जायेगा और 2 मई को सुबह 7 बजे शुभ मुहर्त में मंदिर के कपाट खुलने के बाद मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा।

ये डोली यात्रा हर साल होती है और यह प्रथा सदियों से चली आ रही है। भगवान शिव की डोली यात्रा 28 अप्रैल से शुरू होगी और 1 मई को शाम तक केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी। यह यात्रा 28 अप्रैल को उखीमठ से शुरू होगी और केदारनाथ धाम में जाकर खत्म होगी।,यह यात्रा 60 किलोमीटर की होती है, जिसे पैदल ही पूरा किया जाता है।
डोली यात्रा के पहले दिन भगवान शिव की पंच मुखी मूर्ति को चांदी की डोली में सजाकर गुप्तकाशी लाया जाता है और फिर अगले दिन गुप्तकाशी से फाटा और फिर फाटा से गौरी कुंड और चौथे दिन गौरी कुंड से केदारनाथ धाम फिर आखरी पांचवे दिन मूर्ति को कपाट खुलने के बाद मंदिर में स्थापित कर दिया जाता है।
- डोली यात्रा रूट:- उखीमठ – गुप्तकाशी – फाटा – गौरी कुंड – केदारनाथ मंदिर
केदारनाथ मंदिर कैसे पहुंचे?
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड में स्थित है और यह चार धाम मंदिर और पंच केदार मंदिर में से एक है। यहाँ तक पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले गौरी कुंड पहुंचना होगा और फिर वहां से 18 से 20 किलोमीटर का ट्रेक करके आप केदारनाथ मंदिर तक पहुंच सकते हैं। तो आईये जानते हैं की आप सड़कमार्ग, रेलमार्ग और हवाईमार्ग द्वारा केदारनाथ मंदिर तक कैसे पहुंच सकते हैं…
सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
यदि आप अपनी गाड़ी द्वारा मंदिर आना चाहते हैं तो आप निम्न रूट को फॉलो करे।
- हरिद्वार – ऋषिकेश – पीपलकोटी – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनि – गुप्तकाशी – फाटा – सोनप्रयाग – गौरीकुंड – केदारनाथ
वैसे यहाँ आने का सबसे अच्छा तरीका है की आप अपने शहर से किसी प्राइवेट गाड़ी को बुक करके यहाँ पर आये। वैसे यहाँ के लिए गाड़ी हरिद्वार और ऋषिकेश से भी बुक की जाती है तो आप चार धाम के लिए भी गाड़ी बुक कर सकते हैं। ऋषिकेश और हरिद्वार से सुबह में 4 से 11 बजे के बीच में सोनप्रयाग के लिए सरकारी और प्राइवेट बसे मिलती हैं, जिनके द्वारा आप सोनप्रयाग तक पहुंच सकते हैं। यदि आपको सोनप्रयाग के लिए सीधे बसे नहीं मिलती हैं तो आप पहले रुद्रप्रयाग आ सकते हैं और फिर वहां से बस या प्राइवेट टैक्सी द्वारा सोनप्रयाग तक पहुंच सकते हैं।
रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
गौरी कुंड के सबसे निकट रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। ऋषिकेश से गौरी कुंड की दूरी 207 किलोमीटर की है। यह दूरी आपको सड़कमार्ग द्वारा पूरी करनी होगी। जिसे आप किसी भी तरह से पूरा कर सकते हैं।
- ऋषिकेश – पीपलकोटी – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनि – गुप्तकाशी – फाटा – सोनप्रयाग – गौरीकुंड – केदारनाथ
हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
गौरी कुंड के सबसे निकट एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है जो देहरादून में स्थित है। देहरादून से गौरी कुंड की दूरी 243 किलोमीटर है। जिसे आप आसानी से सड़कमार्ग द्वारा पूरा कर सकते हैं। देहरादून से आप बस और प्राइवेट गाड़ी की सहायता से सड़कमार्ग द्वारा पहुंच सकते हैं।
- देहरादून – ऋषिकेश – पीपलकोटी – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनि – गुप्तकाशी – फाटा – सोनप्रयाग – गौरीकुंड – केदारनाथ
FAQ
Q. 2025 में केदारनाथ मंदिर के कपाट कब खुल रहे हैं?
Ans. केदारनाथ मंदिर के कपाट 2 मई 2025 को खुल रहे हैं।
Q. केदारनाथ मंदिर की डोली यात्रा कब शुरू हो रही है?
Ans. डोली यात्रा 28 अप्रैल को शुरू होगी और 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी।
Q. डोली यात्रा कहाँ से शुरू होती है?
Ans. डोली यात्रा उत्तराखंड के उखीमठ के ओम्कारेश्वर मंदिर से शुरू होकर केदारनाथ मंदिर में जाकर समाप्त होगी।
Q. डोली यात्रा कितने दिन की होती है?
Ans. डोली यात्रा 5 दिन की होती है।