हिन्दू धर्म में चार धाम यात्रा का बहुत अधिक महत्व है। यह यात्रा साल में सिर्फ 6 महीने होती है बाकि 6 महीने बंद रहती है। यह यात्रा हर साल अप्रैल या मई से शुरू होकर नवंबर तक चलती है और फिर 6 महीनो के लिए बंद कर दी जाती है। 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने का ऐलान कर दिया गया है।
बता दे की 8 मार्च को शिवरात्रि के दिन मंदिर के कपाट खुलने का ऐलान कर दिया गया है। हम इस ब्लॉग में इसी जानकारी को आपसे साझा करेंगे। साथ ही आप केदारनाथ मंदिर कैसे पहुंच सकते हैं और केदारनाथ डोली यात्रा की जानकारी भी आपसे साझा करेंगे। तो आइये जानते हैं केदारनाथ मंदिर ओपनिंग डेट और मंदिर से सम्बंधित सभी जानकारियों…
विषय सूची
शार्ट जानकारी
जगह | केदारनाथ मंदिर |
पता | गौरीकुंड से 18 से 20 किलोमीटर का ट्रेक रुद्रप्रयाग उत्तराखंड |
मंदिर ओपनिंग डेट | 10 मई 2024 |
डोली यात्रा शुरुआत | 5 मई से शुरू 2024 |
डोली यात्रा स्थान | उखीमठ से केदारनाथ मंदिर तक (5 दिन) |
प्रसिद्ध | चार धाम मंदिर और पांच केदार मंदिर के रूप के लिए |
ट्रेक | 18 से 20 किलोमीटर |
निकट रेलवे स्टेशन | ऋषिकेश रेलवे स्टेशन |
निकट एयरपोर्ट | देहरादून एयरपोर्ट |
केदारनाथ मंदिर कहाँ है?
केदारनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्ये के रुद्रप्रयाग जिले के गढ़वाल क्षेत्र में हिमालये के गोद में 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर उत्तराखंड के चार धाम मंदिर में से एक है और इसे पंच केदार मंदिर में प्रथम केदार मंदिर है। इस मंदिर के प्रति लोगो की बहुत गहरी आस्था है जिसके वजह से लोग यहाँ पर 18 से 20 किलोमीटर का ट्रेक करके आते हैं।
चार धाम मंदिर ओपनिंग डेट 2024
Temple | Opening Date |
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केदारनाथ मंदिर | 10 मई 2024 |
बद्रीनाथ मंदिर | 12 मई 2024 |
गंगोत्री मंदिर | 10 मई 2024 |
यमुनोत्री मंदिर | 10 मई 2024 |
केदारनाथ मंदिर की ओपनिंग डेट 2024
केदारनाथ मंदिर के कपाट को 2023 में भाई दूज वाले दिन पूरे विधि-विधान से बंद कर दिया गया। अब 2024 में 8 मार्च को शिवरात्रि के दिन मंदिर के पुनः कपाट खुलने की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट 10 मई 2024 को पूरे विधि विधान से खोले जायेंगे। मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया 6 मई से शुरू हो जाएगी और 10 मई सुबह 7 बजे मंदिर के कपाट को खोला जायेगा।
ऐसे ही बाकि चार धाम मंदिर के कपाट के खुलने की तारीख का भी ऐलान हो गया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई 2024 को खोले जायेंगे और गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट भी 10 मई 2024 को पूरे विधि-विधान से खोले जायेगे और आप सभी अगले 6 महीनो तक भगवान केदार और चार धाम की यात्रा और दर्शन कर सकते हैं।
केदारनाथ डोली यात्रा
जब दिवाली के बाद भाई दूज वाले दिन केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं तो केदारनाथ मंदिर से भगवान केदार की पंच मुखी मूर्ति को डोली में सजाकर उखीमठ के ओम्कारेश्वर मंदिर में लाया जाता है। इस यात्रा को डोली यात्रा के नाम से जाना जाता है। जो हर साल होती है।
अब जब 2024 में मंदिर के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान कर दिया गया है तो अब इस यात्रा को पुनः दोहराया जायेगा। अब पुनः भगवान शिव की पंच मुखी मूर्ति को उखीमठ से केदारनाथ मंदिर लाया जायेगा और 10 मई को सुबह 7 बजे मंदिर के कपाट खुलने के बाद मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा।
ये डोली यात्रा हर साल होती है और यह प्रथा सदियों से चली आ रही है। भगवान शिव की डोली यात्रा 6 मई से शुरू होगी और 9 मई को शाम तक केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी। यह यात्रा 6 मई को उखीमठ से शुरू होगी और केदारनाथ धाम में जाकर खत्म होगी यह यात्रा 60 किलोमीटर की होती है जिसे पैदल ही पूरा किया जाता है।
डोली यात्रा के पहले दिन भगवान शिव की पंच मुखी मूर्ति को चांदी की डोली में सजाकर गुप्तकाशी लाया जाता है और फिर अगले दिन गुप्तकाशी से फाटा और फिर फाटा से गौरी कुंड और चौथे दिन गौरी कुंड से केदारनाथ धाम फिर आखरी पांचवे दिन मूर्ति के कपाट खुलने के बाद मंदिर में स्थापित कर दिया जाता है।
केदारनाथ मंदिर कैसे पहुंचे?
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड में स्थित है और यह चार धाम मंदिर और पंच केदार मंदिर में से एक है। यहाँ तक पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले गौरी कुंड पहुंचना होगा और फिर वहां से 18 से 20 किलोमीटर का ट्रेक करके आप केदारनाथ मंदिर तक पहुंच सकते हैं। तो आईये जानते हैं की आप सड़कमार्ग, रेलमार्ग और हवाईमार्ग द्वारा कैसे केदारनाथ मंदिर तक पहुंच सकते हैं…
सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
यदि आप अपनी गाड़ी द्वारा मंदिर आना चाहते हैं तो आप निम्न रूट को फॉलो करे।
हरिद्वार – ऋषिकेश – पीपलकोटी – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनि – गुप्तकाशी – फाटा – सोनप्रयाग – गौरीकुंड
वैसे यहाँ आने का सबसे अच्छा तरीका है की आप अपने शहर से किसी प्राइवेट गाड़ी को बुक करके यहाँ पर आये। वैसे यहाँ के लिए गाड़ी हरिद्वार और ऋषिकेश से भी बुक की जाती है तो आप चार धाम के लिए भी गाड़ी बुक कर सकते हैं। ऋषिकेश और हरिद्वार से सुबह में 7 से 8 बजे की बीच में सोनप्रयाग के लिए सरकारी बस मिलती है तो आप सुबह में जल्दी इस गाड़ी द्वारा भी सोनप्रयाग और फिर वहां से प्राइवेट गाड़ी द्वारा गौरी कुंड तक पहुंच सकते हैं।
रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
ऋषिकेश – पीपलकोटी – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनि – गुप्तकाशी – फाटा – सोनप्रयाग – गौरीकुंड
गौरी कुंड के सबसे निकट रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। ऋषिकेश से गौरी कुंड कुछ की दूरी 207 किलोमीटर की है। यह दूरी आपको सड़कमार्ग द्वारा पूरी करनी होगी। जिसे आप किसी भी तरह से पूरा कर सकते हैं।
हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
देहरादून – ऋषिकेश – पीपलकोटी – देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – अगस्तमुनि – गुप्तकाशी – फाटा – सोनप्रयाग – गौरीकुंड
गौरी कुंड के सबसे निकट एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है जो देहरादून में स्थित है। देहरादून से गौरी कुंड की दूरी 243 किलोमीटर की है। जिसे आप आसानी से सड़कमार्ग द्वारा पूरा कर सकते हैं। देहरादून से आप बस और प्राइवेट गाड़ी द्वारा आसानी से सड़कमार्ग द्वारा पहुंच सकते हैं।
FAQ
Q. 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट कब खुल रहे हैं?
Ans. केदारनाथ मंदिर के कपाट 10 मई 2024 को खुल रहे हैं।
Q. 2024 में केदारनाथ यात्रा कब शुरू हो रही है?
Ans. केदारनाथ यात्रा 10 मई से शुरू हो जाएगी क्यूंकि केदारनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को खुल रहे हैं।
Q. केदारनाथ मंदिर की डोली यात्रा कब शुरू हो रही है?
Ans. डोली यात्रा 6 मई को शुरू होगी और 9 मई को केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी।
Q. डोली यात्रा कहाँ से शुरू होती है?
Ans. डोली यात्रा उत्तराखंड के उखीमठ के ओम्कारेश्वर मंदिर से शुरू होकर केदारनाथ मंदिर तक जाती है।
Q. डोली यात्रा कितने दिन की होती है?
Ans. डोली यात्रा 5 दिन की होती है।