जिस किसी को भी भारत में पहाड़ और बर्फवारी पसंद है वो अधिकतर हिमाचल या उत्तराखंड की जगहों पर घूमने के लिए रुख करता है। उत्तराखंड में ऐसी बहुत सी जगहें हैं, जो बर्फवारी और पहाड़ो की सुंदरता के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध हैं जैसे अली बेदनी बुग्याल, केदारनाथ, माँ धारा देवी मंदिर, तुंगनाथ आदि तो कुछ ऐसी भी जगहें हैं जिनके बारे में लोगो को बहुत कम पता है जैसे- दीबा माता मंदिर। उत्तराखंड में स्थित “औली” जो स्कीइंग करने के लिए प्रसिद्ध है। औली के बारे में तो लोग बहुत जानते हैं लेकिन औली तथा औली के पास में कुछ ऐसी सुन्दर जगहें हैं जिनके बारे में लोग बहुत कम जानते हैं।
औली चारो और से सफ़ेद बर्फ के पहाड़ से ढका हुआ स्वर्ग की तरह दिखाई देता है। औली अपनी सुंदरता और यहाँ की जाने वाली रोमांचकारी साहसिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। बर्फ से ढकी चोटियां और हरी भरी हरियाली की वजह से औली साल भर पर्यटकों की खासी पसंद की जाने वाली जगह है। तो इस ब्लॉग में हम औली और औली के आसपास की बेस्ट प्लेसेस (Best Places to Visit In Auli Uttrakhand ) के बारे में जानेगे….
विषय सूची
Where is Auli? (औली कहां है?)
औली उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक बहुत ही खूबसूरत नगर है। यह बर्फवारी पड़ने की बाद यहाँ पहाड़ो पर की जाने वाली स्कीइंग के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध है। औली को गढ़वाली भाषा में “औली बुग्याल” भी कहा जाता है। गढ़वाली भाषा में बुग्याल का अर्थ- पर्वतीय घास के मैदान है। औली उत्तराखंड के प्रमुख शहर देहरादून से 278 किलोमीटर, हरिद्वार से 291 किलोमीटर, ऋषिकेश से 257 किलोमीटर है।
Some best places to visit in Auli and its Nearby (औली और उसके आसपास बेस्ट घूमने के स्थान)
औली और उसके पास बहुत सी खूबसूरत जगहें हैं, जहाँ आपको जरूर जाना चाहिए। ऐसी ही बहुत ही सुन्दर जगहों के बारे में हम इस ब्लॉग के माध्यम से जानेगे। तो आईये जानते हैं औली और उसके पास में स्थित कुछ बेस्ट प्लेसेस के बारे में….
1. Auli Ski Resort (औली स्की रिसोर्ट)
औली स्कीइंग करने के लिए एक आदर्श स्थान है। दुनियाभर से लोग यहाँ के पहाड़ो पर स्कीइंग का आनंद लेने आते हैं। यहाँ बने औली स्की रिसोर्ट यहाँ आने वाले सभी लोगो को स्कीइंग करने के लिए प्रशिक्षण देता है। रिसोर्ट हर किसी को स्कीइंग की सभी तरह की सुविधाएं देता है चाहे आप नौसिखिया हो या एक परफेक्ट स्कीइंग करने वाले व्यक्ति हों। यदि आप नवंबर से मार्च के बीच में कभी भी औली आते हैं तो आप स्कीइंग का जरूर मज़ा उठाये। औली में की जाने वाली यह सबसे प्रमुख एक्टिविटी है। तो आप औली आने पर औली स्की रिसोर्ट जरूर जाए।
2. Gursan Bugyal (गुर्सन बुग्याल)
यदि आपको ट्रेकिंग पसंद है तो आपको औली से 3 किलोमीटर दूरी स्थित गुर्सन बुग्याल जाना चाहिए। यह 3056 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक शांत और मन को आनंदित करने वाला एक क्षेत्र है। यहाँ से आप नंदा देवी, त्रिसूल और द्रोण जैसे पर्वतमालाओं के मनोरम दर्शय देख सकते हैं। बारिश के बाद के समय में यह पूरी जगह मखमली घास के मैदान में बदल जाती है। आपको यहाँ दूर दूर तक सिर्फ हरी मखमली घास ही दिखाई देगी। औली के पास में स्थित यह गुर्सन बुग्याल एक ऐसी जगह है जहाँ आप किसी भी सीजन में आ सकते हैं।
यहाँ आपको अलग सीजन में इसका अलग रूप देखने को मिलता है इसलिए यह प्राकृतिक प्रेमियों और फोटोग्राफी से सम्बन्ध रखने वाले लोगो के लिए एक आदर्श स्थान है। आप जब भी औली आये और अगर आपका गुर्सन बुग्याल घूमने का प्लान है तो आप रात होने से पहले ही यहाँ से निकल जाए क्यूंकि यहाँ पर रहने के लिए कोई भी आवास नहीं है।
यदि आप बसंत ऋतू में या उसके बाद आते हैं तो कैंपिंग करने के लिए यह एक परफेक्ट जगह है। तो आप औली आने पर गुर्सन बुग्याल भी आ सकते हैं।
3. Nanda Devi National Park (नंदा देवी नेशनल पार्क)
यदि आपको प्रकृति और वन्यजीवों से प्यार और उन्हें पास से देखना और महसूस करना अच्छा लगता है तो आपको औली से 22 किलोमीटर दूर स्थित नंदा देवी नेशनल पार्क में जाना चाहिए। यह नेशनल पार्क 630 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है जो उत्तर भारत का विशालतम पार्क में से एक है। यह राष्टीय उद्यान हिम तेंदुओं और कस्तूरी मृग आदि जैसे जानवरों और विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों का घर है। यह उद्यान आपको हिमालय के जंगल को पास से महसूस करने का अवसर देता है।
यह पार्क साहसिक और प्राकृतिक प्रेमियों को एक स्वर्ग का एहसास कराता है क्यूंकि यह पूरा पार्क मनोरम दर्शय, ट्रेक्स और सुन्दर झीलों तक आपको पहुंचने का रास्ता देता है। औली के पास में स्थित यह अभ्यारण्य लोगो के लिए एक स्वर्ग की अनुभूति कराता है। तो आपको अपने घूमने के इस प्लान में नंदा देवी नेशनल पार्क को भी सम्मिलित करना चाहिए।
4. Chenab Lake (चिनाब झील)
चिनाब झील ट्रेकिंग में दिलचस्पी रखने वाले पर्यटकों के लिए एक बहुत ही अच्छा ट्रेकिंग स्थल है। चिनाब झील तक सिर्फ आप ट्रेक करके ही पहुंच सकते हैं। यह प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर एक कृत्रिम झील है, जो 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह झील अल्पाइन घास के मैदानों से घिरी हुयी है, जो शांत वातावरण के बीच में कैंपिंग और पिकनिक के लिए एक अच्छा स्थान है। इस झील की जोशीमठ से दूरी 28 किलोमीटर है, जिसका बेस कैंप थांग गांव है।
जितनी सुन्दर यह झील है उतना ही सुन्दर इस झील तक पहुंचने का रूट है। झील तक का रास्ता ओक और देवदार के पेड़ो के रास्ते से होकर जाता है। झील के चारो ओर बहुत सुन्दर हरे घास के मैदान और सुन्दर वातावरण होता है जो आपको खुद में मोहित कर लेता है। चिनाब झील का ट्रेक करने के लिए सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर के बीच का है। तो यदि आप औली इस समय में आ रहे हैं तो चिनाब झील तक के ट्रेक को अपने प्लान में जरूर शामिल करें।
5. Vishnuprayag (विष्णुप्रयाग)
औली से 19 किलोमीटर दूर स्थित विष्णुप्रयाग एक “हिन्दू धार्मिक स्थान” है। विष्णुप्रयाग “पंच प्रयाग” में से एक है। विष्णुप्रयाग धौली गंगा और अलकनंदा नदी के संगम पर स्थित है। यहाँ बना विष्णु भगवान का प्राचीन मंदिर भी आकर्षण का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ बना विष्णु कुंड भी एक बहुत ही सुन्दर और शांत स्थान है।
औली में घूमने के साथ विष्णुप्रयाग भी घूमने के लिए एक अच्छा स्थान है। तो आप जब औली आये तो विष्णुप्रयाग भी जरूर जाए।
Best Time to Visit In Auli (औली आने का सबसे अच्छा समय)
साल भर औली पर्यटकों से भरा रहता है। आप यहाँ सीजन के हिसाब से यहाँ की खूबसूरती को देख सकते हैं। ठंडो के समय में औली किसी सफ़ेद चादर की तरह दिखाई देता है। बर्फवारी के दौरान आपको यहाँ दूर दूर तक सिर्फ सफ़ेद बर्फ की चादर ही दिखाई देती है। तो यदि आपको बर्फवारी देखना पसंद है तो आप औली नवंबर से मार्च के बीच में आ सकते हैं। मार्च के बाद का समय भी यहाँ आने के लिए अच्छा है क्यूंकि इस समय मैदानी इलाको में अधिक गर्मी पड़ती है तो आप यहाँ ठंडक का एहसास लेने आ सकते हैं।
जून के लास्ट से अगस्त के लास्ट तक का समय मानसून का होता है जो थोड़ा कठिन होता है, क्यूंकि इस समय में अधिक बारिश होने की वजह से रास्ते ब्लॉक हो जाते हैं, जिससे यहाँ के रास्तो पर सफर करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। लेकिन इन सभी कठनाईओ को पार करके जब आप यहाँ तक पहुंचते हैं तो आपको किसी स्वर्ग की तरह ये हरे-भरे पहाड़ और मन को शांत करने वाला वातावरण का अनुभव होता है।
How to Reach Auli? (औली कैसे पहुंचे?)
औली तक पहुंचने का जो सबसे अच्छा मार्ग है वो है सड़कमार्ग द्वारा क्यूंकि आप सड़कमार्ग द्वारा पूरी दूरी को तय कर सकते हैं। यदि आप औली तक के सफर को रेलमार्ग द्वारा या हवाईमार्ग द्वारा पूरा करना चाहते हैं तो आप इनके द्वारा सिर्फ आधा सफर ही तय कर सकते हैं। तो आईये जानते हैं आप औली तक कैसे पहुंच सकते हैं…
How to Reach by Road? (सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?)
औली तक पहुंचने का सबसे अच्छा साधन सड़कमार्ग द्वारा है। यदि आप उत्तराखंड से हैं तो आपको औली के लिए देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश आदि जैसे शहरों से बस आराम से मिल जाएगी। आप उत्तराखंड से बाहर के हैं तो आप दिल्ली से सीधे औली के लिए प्राइवेट बस ले सकते हैं या आप दिल्ली या अपने शहर से हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, जोशीमठ जैसे शहर में आ सकते हैं। वहां से आपको औली के लिए बस, प्राइवेट गाड़ी आराम से मिल जाएगी।
How to Reach by Rail? (रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?)
यदि आप औली ट्रेन द्वारा पहुंचना चाहते हैं तो मैं आपको बता दूं की औली में कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है। औली के सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। जो औली से 230 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन आपको देश के कई बड़े रेलवे स्टेशनो से मिल जाएगी। ऋषिकेश से औली तक आप बस या प्राइवेट टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। रेलमार्ग द्वारा आप सिर्फ आधा सफर ही तय कर सकते हैं बाकि के आधे सफर को आपको रेलमार्ग द्वारा पूरा करना होगा।
How to Reach by Air? (हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?)
हवाई मार्ग द्वारा भी आप सिर्फ आधा ही सफर तय कर सकते हैं बाकि का आधा सफर आपको सड़कमार्ग द्वारा पूरा करना होगा क्यूंकि औली में कोई भी एयरपोर्ट नहीं है। औली के सबसे नजदीक एयरपोर्ट देहरादून एयरपोर्ट है। देहरादून से औली की दूरी 295 किलोमीटर है जिसे आपको बस या प्राइवेट टैक्सी द्वारा पूरा करना होगा। देहरादून से सुबह में आपको औली के लिए बस मिल जाएँगी। यहाँ से प्राइवेट टैक्सी भी बुक की जाती हैं तो अगर आप इस ट्रिप को ग्रुप में कर रहे हो तो आप औली प्राइवेट टैक्सी द्वारा बुक करके पहुंच सकते हैं।